UP Board Topper List 2025 : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने शुक्रवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दिए। इस वर्ष भी छात्र-छात्राओं ने मेहनत और लगन का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए नए कीर्तिमान स्थापित किए। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों कक्षाओं में इस बार लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा।
हाईस्कूल: यश प्रताप सिंह ने 97.83% अंकों के साथ मारी बाजी
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल (कक्षा 10वीं) परीक्षा 2025 में कुल पास प्रतिशत 90.11% रहा, जो कि एक मजबूत प्रदर्शन माना जा रहा है।
जालौन के यश प्रताप सिंह ने 97.83% अंक हासिल कर पूरे प्रदेश में टॉप किया है।
दूसरे स्थान पर अंशी (इटावा) और अभिषेक यादव (बाराबंकी) रहे, दोनों ने 97.67% अंक प्राप्त किए।
तीसरे स्थान पर ऋतु गर्ग (मुरादाबाद), अर्पित वर्मा (सीतापुर) और सिमरन गुप्ता (जालौन) ने 97.50% अंकों के साथ जगह बनाई।
इस बार हाईस्कूल परीक्षा में 25,45,815 परीक्षार्थी शामिल हुए, जिनमें 13,27,024 लड़के और 12,18,791 लड़कियां थीं। कुल 22,94,122 परीक्षार्थी सफल घोषित किए गए।
बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 86.66% और बालिकाओं का 93.87% रहा, जो कि 7.21% अधिक है।
इंटरमीडिएट: प्रयागराज की महक जायसवाल बनीं प्रदेश टॉपर
12वीं (इंटरमीडिएट) परीक्षा में इस वर्ष पास प्रतिशत 81.15% रहा।
प्रयागराज की महक जायसवाल ने 97.20% अंक प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया।
दूसरे स्थान पर साक्षी, आदर्श यादव, शिवानी सिंह और अनुष्का सिंह रहे, जिन्होंने 96.80% अंक पाए।
तीसरे स्थान पर मोहनी रहीं, जिनके 96.40% अंक आए।
इस परीक्षा में कुल 25,98,560 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए, जिनमें 13,87,263 लड़के और 12,11,297 लड़कियां थीं।
लड़कियों का पास प्रतिशत 86.37% रहा, जो लड़कों के 76.60% से 9.77% अधिक है।
व्यक्तिगत बनाम संस्थागत परीक्षार्थी
- हाईस्कूल में संस्थागत उत्तीर्ण प्रतिशत 90.19%, जबकि व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का मात्र 68.9% रहा।
- इंटरमीडिएट में संस्थागत परीक्षार्थियों का प्रतिशत 81.15% और व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का 81.28% रहा।
शिक्षा में बेटियों का दबदबा कायम
एक बार फिर यूपी बोर्ड (UP Board Topper List 2025) के परिणामों में बेटियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा। दोनों कक्षाओं में उनका उत्तीर्ण प्रतिशत लड़कों से कई प्रतिशत अधिक रहा है। यह रुझान राज्य में बालिका शिक्षा को लेकर जागरूकता और उनके प्रति बदलती सोच का संकेत है।