UP Budget : उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने गुरुवार (20 फरवरी) को विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 8,08,736 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। इस बजट को लेकर जहां भारतीय जनता पार्टी इसे ऐतिहासिक बता रही है, वहीं विपक्ष ने इस पर तीखा हमला बोला है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने योगी सरकार के इस बजट पर तंज कसते हुए इसे महंगाई और बेरोजगारी से दूर का बजट करार दिया है।
शिवपाल सिंह यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “तो आ गया बजट 2025, एक और ऐतिहासिक बजट, जहां महंगाई और बेरोजगारी संगम की सरस्वती की तरह अदृश्य हैं और विकास केवल भाषणों में नजर आ रहा है। जनता से झूठे वादों का सीजन शुरू हो चुका है। एक बार फिर अच्छे दिन सिर्फ कल्पनाओं में दस्तक दे रहे हैं।” उनके इस बयान ने बजट पर सियासी बहस को और तेज कर दिया है।
मीडिया से बातचीत के दौरान भी शिवपाल यादव ने यूपी सरकार के बजट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे “एक बड़े घोटाले की पटकथा” बताते हुए कहा कि अगर यही विकास है तो जनता को अंधकार से कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इस बजट को पूरी तरह से खारिज करते हुए सरकार से अपील की कि अगली बार जुमलों की किताब की जगह जनता की जरूरतों पर आधारित बजट बनाया जाए। उन्होंने आगे कहा कि 2027 में समाजवादी पार्टी जनता के हित में एक बेहतर बजट लेकर आएगी।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने भी इस बजट को हवा-हवाई करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले साल पेश किए गए बजट के अनुसार 31 विभागों में 50 प्रतिशत से भी कम खर्च हुआ है। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार के इस बजट को उनकी सरकार का नौवां और सेकेंड लास्ट बजट बताते हुए कहा कि यह उनके घोषणा पत्र से मेल नहीं खाता और इसमें किसी भी क्षेत्र पर सही फोकस नहीं किया गया है।