मंत्री बनने की हसरत लिए ओम प्रकाश राजभर के सुर ठंडे पड़ गए हैं. दरअसल, घोसी उपचुनाव से पहले कैबिनेट विस्तार की चर्चा जोर-शोर से चल रही थी. माना जा रहा था कि, NDA गठबंधन का हिस्सा बने ‘सुभासपा प्रमुख’ ओम प्रकाश को भी योगी मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया जा सकता है, लेकिन BJP प्रत्याशी ‘दारा सिंह चौहान’ की करारी हार के बाद कैबिनेट विस्तार का मामला टल गया. जानकारी के अनुसार, नवरात्र में योगी मंत्रिमंडल के विस्तार का अनुमान लगया जा रहा है.
ओम प्रकाश राजभर को आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है
जानकारी के मुताबिक़, खुद के मंत्री बनाए जाने की चर्चा पर ‘ओम प्रकाश राजभर’ अब बयानबाजी से बचते हुए नजर आ रहे हैं, उनका कहना है कि, मीडिया में चर्चा चल रही है की ओम प्रकाश राजभर को आधिकारिक खबर का इंतजार है और मंत्रीपद मिलने की आधिकारिक पुष्टि होने के बाद मीडिया को भी बयान दिया जाएगा. आपको बता दें, घोसी उपचुनाव में हार मिलाने बाद BJP नेता ‘दारा सिंह चौहान’ का शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात का सिलसिला जारी है, उन्होंने CM योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी. मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी की वजह घोसी उपचुनाव के बाद बदला हुआ समीकरण माना जा रहा है.
बीजेपी कील और कांटों को दुरुस्त कर लेना चाहती है
जानकारी के अनुसार, बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए, बीजेपी कील और कांटों को दुरुस्त कर लेना चाहती है, निगम और आयोग में कार्यकर्ताओं को बिठाने की रणनीति पर भी चर्चा चल रही है. बता दें, घोसी उपचुनाव का नतीजा आने के बाद ‘ओम प्रकाश राजभर’ से लगातार सवाल पूछा जा रहा है. जानकारी के अनुसार, बीते दिनों पहले पूछे गए सवाल के जवाब में ‘ओम प्रकाश राजभर’ ने बड़ा बयान दिया था और कहा था कि, NDA के मालिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हैं, इसलिए मंत्री बनाए जाने का फैसला बीजेपी के आलाकमान करेंगे.