उत्तर प्रदेश में कैबिनेट के विस्तार की आतुरता तेज हो गई है. जानकारी के मुताबिक़, चर्चा हो रही है कि नवरात्र में योगी कैबिनेट का विस्तार किया जा है. हालांकि इस ख़बर को लेकर किसी बड़े फेरबदल की उम्मीद नहीं की जा रही है. खबरों के मुताबिक़, कहा जा रहा है कि विस्तार सामान्य तौर पर ही होगा और योगी मंत्रिमंडल में दो नए नेताओं को जगह मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ‘ओम प्रकाश राजभर’ हाल ही में फिर से NDA में शामिल हो गए थे और दारा सिंह चौहान ‘समाजवादी पार्टी’ को छोड़कर बीजेपी में आ गए थे, इन दोनों नेताओं को मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है, दोनों नेताओं के बीजेपी से जुड़ने के बाद से कैबिनेट में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं.
समीकरण बदलता नजर आ रहा
घोसी उपचुनाव को हरने के बाद समीकरण बदलता नजर आ रहा था, जानकारी के मुताबिक़, ओम प्रकाश राजभर लगातार मंत्री बनाए जाने का दावा करते आ रहे थे. बता दें, दारा सिंह चौहान को घोसी उपचुनाव में मिली हार के बाद इस दावे पर संशय बन गया. जिसके बाद दारा सिंह चौहान ने BJP के शीर्ष नेतृत्व के साथ मुलाकात की थी.
केंद्रीय नेतृत्व और CM के बीच सब कुछ ठीक नहीं
जानकारी के अनुसार, विस्तार में देरी को लेकर विपक्ष की समाजवादी पार्टी ने, सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधते हुए, आरोप लगाया था कि केंद्र और राज्य BJP के बीच बढ़ते तनाव कि वजह से देरी हो रही है. सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ‘अमीके जामेई’ ने कहा था कि, देरी यह दर्शाती है कि केंद्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
लोकतांत्रिक व्यवस्था में विस्तार CM का विशेषाधिकार है
इस बात पर UP BJP के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा था कि, यह स्वाभाविक है की नेता राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होना चाहते हैं, परंतु लोकतांत्रिक व्यवस्था में विस्तार CM का विशेषाधिकार है, हमारी पार्टी के संगठन के साथ परामर्श होने के बाद उचित समय पर CM द्वारा किया जाएगा. आगे उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्रीय और राज्य नेतृत्व के बीच मतभेद के आरोपों को खारिज कर दिया.