UP Legislative Council : उत्तर प्रदेश में आगामी विधान परिषद चुनाव (UP Legislative Council) को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के खेमे से एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। खबर है कि हाल ही में राज्यसभा चुनाव में बड़ी गलती करने वाले सपा प्रमुख अखिलेश यादव विधान परिषद चुनाव में इसे दोहराने के मूड में नहीं हैं। मसलन अखिलेश यादव अब एमएलसी चुनावों के लेकर अलर्ट मोड पर हैं। खबर यह है कि एमएलसी चुनाव में 13 सीटों पर सपा कोई अतिरिक्त उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
इसका मतलब यह है कि सपा इस चुनाव में अपने तीन ही उम्मीदवार उतारेगी, जिनके लिए उसके पास पर्याप्त वोट हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास भी 10 एमएलसी जीतने के लिए पर्याप्त बहुमत है। बता दें, एक एमएलसी सीट के लिए 29 वोटों की जरूरत होती है। कांग्रेस के साथ सपा को 110 विधायकों का समर्थन हासिल है। सपा को 3 एमएलसी सीटें जीतने के लिए 87 वोटों की जरूरत होगी। वहीं सहयोगी दलों के समर्थन से बीजेपी के पास 286 वोट हैं।
हालांकि जीत के लिए उन्हें 290 वोटों की जरूरत होगी। माना जा रहा है कि जनता पावर पार्टी के 2 और बहुजन समाज पार्टी का एक वोट बीजेपी के खाते में जा सकता है। इसके अलावा राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के लिए क्रॉस वोटिंग करने वाले मनोज पांडे का एक और वोट शामिल है। तो इस हिसाब से बीजेपी 290 वोटों का इंतजाम करती दिख रही है। गौरतलब है कि एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 11 मार्च है। 13 से अधिक उम्मीदवार होने पर चुनाव 21 मार्च को होंगे।


