UP News : उत्तर प्रदेश में तैनात जिलाधिकारियों (डीएम) की संपत्ति को लेकर एक हैरान करने वाला खुलासा सामने आया है। केंद्र सरकार को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार, कई डीएम की संपत्ति बीते पांच वर्षों में दोगुनी से लेकर चार गुना तक बढ़ गई है। सबसे ज्यादा संपत्ति आगरा के जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी के पास पाई गई है, जिनके नाम कुल 15 संपत्तियां दर्ज हैं।
केंद्र को भेजी गई रिपोर्ट से खुलासा
यह जानकारी भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारियों (UP News) द्वारा केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय (DoPT) को भेजी गई संपत्ति विवरण रिपोर्ट के माध्यम से सामने आई है। इसमें अधिकारियों ने अपनी चल-अचल संपत्तियों का ब्यौरा दिया है—उनकी लोकेशन, संख्या और मौजूदा कीमत सहित।
लखनऊ डीएमों की पसंदीदा जगह
रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि लखनऊ अफसरों की सबसे पसंदीदा जगहों में शामिल है। 75 में से 27 जिलाधिकारियों ने लखनऊ में फ्लैट, मकान या प्लॉट खरीदा है। इनमें गोमती नगर, अंसल और सुशांत गोल्फ सिटी जैसे प्रीमियम इलाके प्रमुख हैं।
- सीतापुर के डीएम अभिषेक आनंद के पास लखनऊ में 59 लाख का फ्लैट है।
- रायबरेली की डीएम हर्षिता माथुर के नाम 60 लाख और 18 लाख के दो प्लॉट हैं।
- अलीगढ़ के डीएम संजीव रंजन के पास 7200 वर्गफीट का प्लॉट और 3BHK फ्लैट है।
- कानपुर नगर के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के पास 418 वर्गमीटर का घर, 70 लाख का फ्लैट और 1.73 हेक्टेयर कृषि भूमि है।
सबसे अमीर डीएम: आगरा के अरविंद बंगारी
आगरा के डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी की कुल संपत्ति 11 करोड़ रुपये (UP News) से अधिक आंकी गई है। उनके पास कर्नाटक में 5 कृषि जमीनें, 3 मकान, 1 फ्लैट, 1 कमर्शियल प्रॉपर्टी और 6 प्लॉट हैं। वहीं, मथुरा के डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने 1.44 करोड़ की पारिवारिक संपत्ति घोषित की है।
19 डीएमों की संपत्ति में 4 गुना तक इजाफा
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश के 19 जिलाधिकारियों की संपत्ति बीते पांच सालों में चार गुना तक बढ़ी है। कुछ ने नई प्रॉपर्टी खरीदी है, तो कुछ की पहले से मौजूद संपत्तियों की कीमत में इजाफा हुआ है।
कुछ डीएमों के पास नहीं है कोई संपत्ति
हालांकि, लखनऊ, गाजियाबाद, गोरखपुर, फिरोजाबाद, कौशांबी, श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, ललितपुर, महोबा, सहारनपुर और जौनपुर जैसे जिलों के डीएमों ने कहा कि उनके पास कोई निजी संपत्ति नहीं है।
जिलाधिकारियों की सैलरी
सातवें वेतन आयोग के अनुसार, डीएम को हर महीने 1.50 लाख से 2.25 लाख रुपये तक वेतन और भत्ते मिलते हैं।