UP News : उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षाएं इस समय जारी हैं, और इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने परीक्षा परिणामों के बाद एक अहम ऐलान किया है। लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने मेधावी छात्राओं के लिए एक खुशखबरी दी। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा के परिणाम आने के बाद मेधावी बेटियों को स्कूटी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा “अब हम लोग अप्रैल के बाद जब बोर्ड की परीक्षाओं के परिणाम आएंगे, तो मेधावी छात्राओं को स्कूटी भी उपलब्ध करवाने जा रहे हैं।”
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सब्सिडी वितरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह ऐलान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत राज्य के 1.86 करोड़ पात्र परिवारों को गैस सिलेंडर रिफिल के लिए 1890 करोड़ रुपये की सब्सिडी वितरित करने के कार्यक्रम के दौरान किया। यह कार्यक्रम लखनऊ के लोकभवन सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर योजना की शुरुआत की। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
‘गैस सिलेंडर के लिए पहले घूस देना पड़ता था’ – CM Yogi
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए घूस देना पड़ता था, लेकिन अब देशभर में 10 करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन मिल रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अब होली और दीपावली के दौरान गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जा रहे हैं। इस बार होली और रमजान एक साथ आ रहे हैं, इसलिए सभी लोगों को इस योजना का फायदा मिलेगा।
10 करोड़ परिवारों को मिला फायदा
मुख्यमंत्री ने उज्ज्वला योजना का जिक्र करते हुए कहा कि यह योजना 2016 में शुरू की गई थी, जिसके तहत देशभर में 10 करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन मिला। उत्तर प्रदेश में करीब 2 करोड़ लोग इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा “2021 के चुनाव में हमने वादा किया था कि 2022 में सरकार बनने पर होली और दीपावली पर मुफ्त गैस सिलेंडर दिया जाएगा और तब से यह योजना हर साल चल रही है ताकि लोग त्योहार अच्छे से मना सकें।”
पुराने दिनों को याद करते हुए बोले CM Yogi
सीएम योगी ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि पहले एक गैस कनेक्शन के लिए 25-30 हजार रुपये की घूस देनी पड़ती थी, और त्योहारों पर गैस सिलेंडर भी नहीं मिल पाते थे। उन्होंने यह भी बताया कि उज्ज्वला योजना का उद्देश्य गरीब माताओं को धुएं से बचाना था, और इसमें किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा है।