UP Politics News : उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने होली और जुमे की नमाज के बीच एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मीडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि मुस्लिम लोग भी रंग-बिरंगे कपड़े पहनते हैं, तो फिर यह क्यों कहा जा रहा है कि रंग लगाने से धर्म नष्ट हो जाएगा?
संजय निषाद ने कहा, “जिन्हें रंग से परहेज है, उन्हें देश छोड़कर चले जाना चाहिए। हमारी सरकार ने समय तय किया है कि 2 बजे के बाद नमाज होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि जो देशवासी हैं, उन्हें भारतीय संस्कृति से परहेज नहीं करना चाहिए, क्योंकि 1947 में यह तय हो चुका था। “जो जाना था, वो चले गए। जो अब यहां हैं, उन्हें भारतीय संस्कृति को अपनाना ही पड़ेगा,” उन्होंने जोड़ा।
निषाद ने यह भी स्पष्ट किया कि रंग से परहेज करने का मतलब यह नहीं है कि किसी व्यक्ति को भारतीय संस्कृति से नफरत है। उनका यह भी कहना था कि “अगर रंग से परहेज है तो सफेद कपड़े पहनें, लेकिन फिर क्या आप ईसाई हो जाएंगे?”
संभल सीओ का बचाव
संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने संभल के सीओ अनुज चौधरी का भी बचाव किया। उन्होंने कहा कि 2 बजे के बाद रंग नहीं लगाया जाएगा और होली के दौरान जिन्हें रंग खराब लगता हो, वे इस समय को छोड़कर चले जाएं। “हमारे धर्म में महिलाओं को पूजा करने की पूरी आज़ादी है, लेकिन मस्जिदों में महिलाओं को क्यों नहीं जाने दिया जाता? क्या वे अल्लाह के बंदे नहीं हैं?” यह सवाल उन्होंने उठाया, जिससे उन्होंने महिलाओं के मस्जिदों में प्रवेश पर सवाल खड़ा किया।
संस्कृति और एकता की बात
निषाद (Sanjay Nishad) ने भारतीय संस्कृति की अहमियत पर जोर दिया और यह भी कहा कि हर भारतीय नागरिक को इस संस्कृति को अपनाना चाहिए। उनका मानना है कि होली एक सांस्कृतिक पर्व है और इसमें भाग लेने से कोई धर्म नहीं बिगड़ता। उन्होंने यह भी कहा कि ईद के दिन मुस्लिम समुदाय भी एक-दूसरे को गले लगाते हैं और सेवइयां खिलाते हैं, तो होली के दिन भी रंग लगाने में कोई बुराई नहीं है।