UP Politics : हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल परीक्षा जो कथित तौर पर लीक हो गई थी उसको फिर से आयोजित करने की मांग को लेकर उम्मीदवारों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया है। इसके साथ ही अभ्यर्थी कथित अनियमितताओं के कारण उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) आरआरओ एआरओ पदों की भर्ती रद्द करने का भी विरोध कर रहे हैं। परीक्षाओं में लीक हुए पेपर का मुद्दा अब राजनीतिक रंग (UP Politics) ले चुका है। इससे समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसी प्रमुख हस्तियों ने राज्य सरकार के खिलाफ सवाल उठाए हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने यूपीपीएससी आरआरओ एआरओ भर्ती का विरोध कर रहे छात्रों के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा। उन्होंने लिखा कि हम इलाहाबाद लोक सेवा आयोग में प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी छात्रों के साथ खड़े हैं। दरअसल, बीजेपी कोई भी परीक्षा पूरी नहीं कराना चाहती क्योंकि उसके बाद उन्हें नौकरियां देनी होंगी और नौकरियों में आरक्षण देना होगा और बीजेपी ऐसा नहीं चाहती है। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि युवा कहे आज का नहीं चाहिए भाजपा!
इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पेपर लीक को लेकर सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में एक भर्ती रूपरेखा पेश की थी जिसमें पेपर लीक और भर्तियों में भ्रष्टाचार को रोकने के प्रावधान शामिल थे। पेपर लीक के संकट को देखते हुए हमारी मांग है हाल ही में पेपर लीक की दोनों घटनाओं की जांच सीबीआई से कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एक परीक्षा कैलेंडर जारी किया जाए, जिसमें विज्ञापन, परीक्षा और नियुक्तियों की तारीखें बताई जाएं और उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाए।
भर्तियों में आरक्षण में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जानी चाहिए। युवाओं का विश्वास बहाल करने के लिए सभी परीक्षा फॉर्म मुफ्त किए जाने चाहिए। युवाओं को परीक्षा देने के लिए मुफ्त बसें और ट्रेनें उपलब्ध कराई जानी चाहिए। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी पेपर लीक मामले पर टिप्पणी की। उन्होंने लिखा कि लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं और वहां से महज 100 किमी दूर वाराणसी में प्रधानमंत्री युवाओं के नाम पर युवाओं का मजाक उड़ा रहे हैं। ठेठ बनारसी अंदाज में कहें तो मोदी जी नानी को ननिहाल की कहानियां सुना रहे हैं।