Varanasi News : वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज में मजार-मस्जिद विवाद के बाद अब हंगामा करने वाले छात्रों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। कॉलेज प्रिंसिपल की शिकायत के आधार पर शिवपुर थाने में पांच पूर्व छात्रों और दो वर्तमान छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बता दें कि मामला 25 नवंबर का है, जब कॉलेज के स्थापना दिवस कार्यक्रम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वहां से जाने के बाद छात्रों ने जमकर हंगामा किया था।
मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश में बवाल
छात्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस पर नाराज छात्रों ने प्रबंध समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति डीपी सिंह के वाहन का बोनट पीटकर उन्हें रोकने की कोशिश की। वे उन्हें गेस्ट हाउस में बातचीत के लिए मजबूर करने लगे। इस दौरान वाहनों की तोड़फोड़ की गई और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया।
कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम जिला प्रशासन के प्रोटोकॉल के अनुसार था, न कि कॉलेज प्रबंधन के, लेकिन छात्रों ने कोई ध्यान नहीं दिया और हंगामा करते रहे।
एफआईआर में सात छात्रों के नाम शामिल
कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार सिंह ने हंगामे और कुर्सियां तोड़ने के आरोप में दो वर्तमान और पांच पूर्व छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। (Varanasi News) इन छात्रों पर न्यायमूर्ति डीपी सिंह के साथ अमर्यादित व्यवहार करने और कॉलेज की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। जिन छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, बताया जा रहा है कि उन आरोपियों के नाम उत्तम सिंह राठौर, शिवम सिंह बाबू, वीरेन सिंह रघुवंशी, प्रतीक उपाध्याय और सुधीर कुमार सिंह, अभिषेक सिंह उर्फ सन्नी, समीर सिंह है।
कॉलेज प्रशासन और पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और हंगामा करने वाले छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
ये भी देखें : Sarwan Singh Pandher का बड़ा बयान, “किसी भी तरह की कुर्बानी को तैयार हैं”