अयोध्या राम मंदिर आगले साल जनवरी में मकर संक्रांति के बाद के बाद रामलला की प्राण प्रतिष्टा होने वाली है। प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश भर से लगभग 5 करोड़ लोगं को अयोध्या लाने की योजना को ध्यान में रखते हुए। काम किया जा रहै है। प्राण प्रत्ष्ठा कार्यक्रम की पूरी व्यवस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के हाथों में रहने वाली है। बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा समिति की अयोध्या में आज से दो दिवसीय बैठक होने वाली है और इस बैठक में विश्व हिंदू परिषद के शीर्ष पदाधिकारी शामिल होंगे। राम मंदिर ट्रस्च रे महासचिव चंपत राय ने बताया कि दे दिनों तक देश भर में राममय माहौल बनाने की रणनीति को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि विश्व हिंदू परिषद के शीर्ष पदाधिकारी अयोध्या में 10 और 11 सितंबर को जुटेंगे।आरएसएस और वीएचपी के हाथों में रहने वाली है कमान
राम मंदिर ट्रस्ट प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरुआती दिनों में देशभर से लगभग 5 करोड़ लोगों को अयोध्या लाने की योजना को लेकर काम करेंगे। चंपत राय ने कहा है कि एक मंदिर से करीब 100 परिवार का जुड़ाव है और मंदिर से जुड़े लोगों को आधार बनाकर रणनीति पर तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि देश के लगभग 2 लाख गांवों तक पहुंचना एक चुनौती है। सूत्रों से पता चला है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश विदेश से आने वाले मेहमानों की खास व्यवस्था रहेगी
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की बढ़ेगी चौगुनी शोभा
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मेहमानों को ठहरने के लिए कुंभ की तर्ज हाईटेक सुविधाओं से लैस टेंट सिटी का निर्णाण हो रहा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम मोदी समेत देश विदेश के तमाम संत धर्म आचार्य माजूद रहेंगे। राम मंदिर मामले की सुप्रीम कोर्ट में करने वाले वरिष्ठ वकील केशव परासरण को भी न्योता भेजा गया है। जन्मभूमि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या काफी बदली-बदली भी नजर आने वाली है। जल, थल, और नभ से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में चौगुनी शोभा बढ़ जाएगी।