Captain Anshuman Singh : बूढ़े मां-बाप को क्या चाहिए, बच्चों की ख़ुशी, घर का चिराग जो उनके वंश को आगे बढ़ाए, क्या ये उम्मीद करना गलत हैं, बेटे की विधवा छोटे बेटे से शादी कर ले.. इस कथन के साथ आपको बताते कि शहीद अंशुमान के माता- पिता अपने बेटे की बेवा से एक ऐसी ही उम्मीद कर रहे है। ये तो हमने एक मां बाप के नजरिये से देखा लेकिन हर सिक्के के दो पहलु होते है। माँ-बाप के बाद अगर हम एक लड़की के नजरिये से देखें तो क्या समाज में एक औरत अकेले ज़िंदगी नहीं बिता सकती, क्या इस समाज में एक लड़की को लड़के का नाम मिलना इतना जरुरी हैं। कि जैसे वो खुद पुरूष प्रधान समाज का मोहताज हो।
अंशुमान के पिता के छोटे बेटे से शादी करने की जताई इच्छा
शहीद कैप्टन अंशुमान के पिता रवि प्रताप ने मीडिया से बातचीत के दौरान अंशुमान की विधवा स्मृति से अपने छोटे बेटे की शादी करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि अगर स्मृति अंशुमान की यादों के साथ उनके घर में रहना चाहती है, तो उसका स्वागत है। रवि प्रताप ने बताया कि उनका छोटा बेटा स्मृति से सिर्फ़ दो साल छोटा है। उन्होंने कहा कि स्मृति उनके परिवार की बेटी और बहू दोनों है, और अगर वह उनके छोटे बेटे से शादी करती है, तो वे उसे बेटी की तरह ही रखेंगे।
रवि प्रताप ने खुलासा किया कि उन्होंने शादी का प्रस्ताव तब रखा जब स्मृति ने बताया कि वह सिर्फ़ 26 साल की है और आगे का जीवन लंबा है। कैप्टन अंशुमान को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किए जाने के बाद, उनके माता-पिता ने स्मृति पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि स्मृति कुछ समय पहले ठीक होने के लिए समय मांगते हुए उनके घर से चली गई थी, लेकिन कभी वापस नहीं लौटी और न ही कोई अपडेट दिया।
भावी पोते को विरासत सौंपने को तैयार
रवि प्रताप ने यह भी कहा कि अगर स्मृति उनके छोटे बेटे से शादी करती हैं, तो वे इस विवाह से पैदा होने वाले किसी भी बच्चे को अंशुमान का ही मानेंगे। बच्चे को पिता के कॉलम में अंशुमान का नाम दिया जाएगा और परिवार की सारी विरासत इस बच्चे को दी जाएगी। रवि प्रताप ने इस बात पर जोर दिया कि वे सभी मामलों में स्मृति की इच्छाओं का सम्मान करेंगे।
पता परिवर्तन पर विवाद
रवि प्रताप ने राष्ट्रपति भवन का दौरा करने के दौरान कैप्टन अंशुमान के निवास के पते में किए गए परिवर्तन पर चिंता जताई। उन्होंने इस परिवर्तन पर अपनी आपत्ति जताई। रवि प्रताप ने कीर्ति चक्र पुरस्कार को अपनाने की इच्छा व्यक्त की, उन्होंने दुख जताया कि उन्हें इसे छूने की भी अनुमति नहीं है और उन्हें लगता है कि उनकी पहचान उनसे छीन ली गई है।