Aaj Ka Panchang : हिंदू पंचांग जिसे वैदिक पंचांग के रूप में भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर में समय और घटनाओं की गणना करने के लिए उपयोग की जाने वाली एक प्राचीन और सटीक प्रणाली है। यह पाँच प्रमुख तत्वों से बना है, जो शुभ क्षणों (मुहूर्त), अशुभ अवधियों (राहु काल), सूर्योदय और सूर्यास्त के समय, चंद्र दिवस (तिथि), सूर्य और चंद्रमा की स्थिति, हिंदू महीने और पखवाड़े (पक्ष) के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं।
पंचांग के तत्व
तिथि (चंद्र दिवस): हिंदू समय-निर्धारण में, तिथि वह समय है जो सूर्य और चंद्रमा के बीच कोणीय दूरी को 12 डिग्री तक बढ़ने में लगता है। एक चंद्र महीने में 30 तिथियाँ होती हैं, जिन्हें दो चरणों में विभाजित किया जाता है: शुक्ल पक्ष (बढ़ता हुआ चरण) और कृष्ण पक्ष (घटता हुआ चरण)। शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा (पूर्णिमा) के रूप में जाना जाता है, और कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस्या (नया चंद्रमा) है।
Aaj Ka Panchang : सूर्योदय एवं चन्द्रोदय
- सूर्योदय 05:58 ए एम
- सूर्यास्त 06:44 पी एम
- चन्द्रोदय 03:09 ए एम, अगस्त 31
- चन्द्रास्त 04:45 पी एम
पंचांग
- तिथि द्वादशी – 02:25 ए एम, अगस्त 31 तक
- नक्षत्र पुनर्वसु – 05:56 पी एम तक
- त्रयोदशी पुष्य
- योग व्यतीपात – 05:47 पी एम तकⓘ
- करण कौलव – 01:57 पी एम तकⓘ
- वरीयान्ⓘ तैतिल – 02:25 ए एम, अगस्त 31 तकⓘ
- वार शुक्रवारⓘ गरⓘ
- पक्ष कृष्ण पक्ष
चन्द्र मास एवं सम्वत
- शक सम्वत 1946 क्रोधी चन्द्रमास भाद्रपद – पूर्णिमान्त
- विक्रम सम्वत 2081 पिङ्गल श्रावण – अमान्त
- गुजराती सम्वत 2080 राक्षस
राशि तथा नक्षत्र
- चन्द्र राशि मिथुन – 11:34 ए एम तक
- नक्षत्र पद पुनर्वसु – 11:34 ए एम तक
- कर्क पुनर्वसु – 05:56 पी एम तक
- सूर्य राशि सिंह पुष्य – 12:19 ए एम, अगस्त 31 तक
- सूर्य नक्षत्र मघा – 03:56 पी एम तक पुष्य
- पूर्वाफाल्गुनी
- सूर्य नक्षत्र पद मघा – 03:56 पी एम तक
- पूर्वाफाल्गुनी
ऋतु तथा अयन
- द्रिक ऋतु शरद दिनमान 12 घण्टे 46 मिनट्स 13 सेकण्ड्स
- वैदिक ऋतु वर्षा रात्रिमान 11 घण्टे 14 मिनट्स 16 सेकण्ड्स
- द्रिक अयन दक्षिणायण मध्याह्न 12:21 पी एम
- वैदिक अयन दक्षिणायण
Aaj Ka Panchang : शुभ समय
- ब्रह्म मुहूर्त 04:28 ए एम से 05:13 ए एम
- प्रातः सन्ध्या 04:51 ए एम से 05:58 ए एम
- अभिजित मुहूर्त 11:55 ए एम से 12:46 पी एम
- विजय मुहूर्त 02:29 पी एम से 03:20 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त 06:44 पी एम से 07:07 पी एम
- सायाह्न सन्ध्या 06:44 पी एम से 07:51 पी एम
- अमृत काल 03:24 पी एम से 05:05 पी एम
- निशिता मुहूर्त 11:59 पी एम से 12:44 ए एम, अगस्त 31
- सर्वार्थ सिद्धि योग 05:58 ए एम से 05:56 पी एम
अशुभ समय
- राहुकाल 10:45 ए एम से 12:21 पी एम
- यमगण्ड 03:33 पी एम से 05:08 पी एम
- गुलिक काल 07:34 ए एम से 09:09 ए एम
- दुर्मुहूर्त 08:31 ए एम से 09:22 ए एम
- वर्ज्य 02:30 ए एम, अगस्त 31 से 04:13 ए एम, अगस्त 31 12:46 पी एम से 01:38 पी एम
- बाण रज – 07:40 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
आनन्दादि एवं तमिल योग
- आनन्दादि योग लुम्बक – 05:56 पी एम तक
- तमिल योग मरण – 05:56 पी एम तक
- उत्पात मरण
- जीवनम अर्ध जीवन½ नेत्रम नेत्रहीन – 03:56 पी एम तक𝟢
- एक नेत्र – 05:56 पी एम तक𝟣
- नेत्रहीन𝟢
निवास और शूल
- होमाहुति केतु – 03:56 पी एम तक☋
- दिशा शूल पश्चिम
- राहु – 05:56 पी एम तक☊
- चन्द्र वास पश्चिम – 11:34 ए एम तक
- केतु☋ उत्तर – 11:34 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
- अग्निवास पाताल – 02:25 ए एम, अगस्त 31 तकⓘ
- राहु वास दक्षिण-पूर्व
- पृथ्वीEarth कुम्भ चक्र कण्ठ – 03:56 पी एम तक
- शिववास नन्दी पर – 02:25 ए एम, अगस्त 31 तक
- तल – 05:56 पी एम तक
- भोजन में कण्ठ