Akhilesh Yadav News : केंद्र सरकार जीएसटी में एक नया स्लैब जोड़ने की तैयारी कर रही है, जिसके तहत तंबाकू और कोल्ड ड्रिंक जैसे उत्पादों पर 35 प्रतिशत तक टैक्स लगाया जा सकता है। इस कदम को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे “एक देश, एक टैक्स” के नारे की विफलता बताते हुए कहा कि सरकार की इस नीति का बोझ अंततः आम जनता पर ही पड़ेगा।
अखिलेश यादव का भाजपा पर हमला
अखिलेश यादव ने जीएसटी में नए स्लैब को लेकर एक्स पर पोस्ट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “भाजपा कहती थी ‘एक देश, एक टैक्स’, लेकिन उनकी यह बात भी झूठ निकली। अब नया स्लैब जोड़कर ‘एक टैक्स, कई स्लैब’ का खेल खेला जा रहा है। इससे साफ है कि ‘एक टैक्स’ का नारा केवल जुमला साबित हुआ है।”
उन्होंने सरकार की इस नीति को भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला कदम बताया और कहा कि टैक्स रेट्स बढ़ाने का असली मकसद राजस्व बढ़ाना नहीं बल्कि दुकानदारों और कारोबारियों पर दबाव बनाकर वसूली बढ़ाना है।
भ्रष्टाचार और टैक्स चोरी के आरोप
अखिलेश यादव ने सरकार पर आरोप लगाया कि “दुनिया का नियम है कि जितनी अधिक टैक्स की दर होती है, उतनी ही अधिक कर चोरी होती है। इससे सत्ता में बैठे भ्रष्ट लोगों की कमाई बढ़ती है। (Akhilesh Yadav News ) भाजपा सरकार ने पहले टैक्स चोरी और वसूली के लिए पिछले दरवाजे तैयार किए और अब नए टैक्स प्लान को सामने लाया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि हर टैक्स का बोझ अंत में जनता पर ही आता है और भाजपा की “टैक्स चक्की” में आम आदमी पिस रहा है।
जीएसटी में 35% टैक्स का नया स्लैब
वर्तमान में जीएसटी के चार स्तर हैं: 5%, 12%, 18% और 28%। लेकिन अब केंद्र सरकार इसमें एक और स्लैब 35% तक जोड़ने की योजना बना रही है। इस नई स्लैब में तंबाकू, उससे बने उत्पाद और कोल्ड ड्रिंक्स जैसे पेय पदार्थों को शामिल किया जा सकता है।
जीएसटी परिषद की बैठक 21 दिसंबर को होने वाली है, जिसमें इस प्रस्ताव पर चर्चा की जा सकती है। अगर यह प्रस्ताव पास होता है, तो यह अब तक का सबसे ऊंचा टैक्स स्लैब होगा।
आम जनता पर असर
सरकार का दावा है कि उच्च टैक्स स्लैब से राजस्व बढ़ेगा, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। कोल्ड ड्रिंक और तंबाकू जैसे उत्पाद महंगे हो जाएंगे, जिससे इनकी खपत पर प्रभाव पड़ सकता है।
विपक्ष का आरोप
विपक्ष का आरोप है कि जीएसटी के इस कदम से कारोबारियों और आम जनता पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में नीतियां जनता के हितों की बजाय सत्ता के लाभ के लिए बनाई जा रही हैं।