Delhi Assembly Election 2025 : दिल्ली में पिछले तीन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने निराशाजनक प्रदर्शन किया था, लेकिन इस बार पार्टी ने पूरी ताकत और रणनीति के साथ अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी की है। हालांकि, दिल्ली में कांग्रेस का एजेंडा अभी भी स्पष्ट नहीं है, और सियासी तस्वीर पूरी तरह से साफ नहीं हो पाई है। कांग्रेस ने मकर संक्रांति से एक दिन पहले, 13 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है, जिसका बिगुल राहुल गांधी फूंकेंगे। इसके बाद प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे जैसे दिग्गज नेता भी चुनाव प्रचार में सक्रिय होंगे।
राहुल गांधी का सीलमपुर में प्रचार अभियान
कांग्रेस के कद्दावर नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार को पूर्वी दिल्ली के मुस्लिम बहुल क्षेत्र सीलमपुर में जनसभा करेंगे, और इसके साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का प्रचार अभियान शुरू करेंगे। राहुल गांधी जिस प्रकार बीजेपी पर निशाना साधते हैं, यदि वही आक्रामक तेवर और अंदाज वे आम आदमी पार्टी और केजरीवाल सरकार के खिलाफ भी अपनाते हैं, तो दिल्ली में कांग्रेस के चुनावी एजेंडे की तस्वीर स्पष्ट हो सकती है।
त्रिकोणीय मुकाबले की कोशिश
कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2025) को त्रिकोणीय मुकाबला बनाना है, और इसके लिए पार्टी पूरी ताकत लगा रही है। हालांकि, इसका पूरा दारोमदार पार्टी के हाईकमान की रणनीति पर निर्भर करेगा। ऐसे में राहुल गांधी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि उनकी राय पार्टी के राजनीतिक फैसलों में निर्णायक मानी जाती है। यदि राहुल गांधी दिल्ली चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हैं, तो यह चुनाव बेहद रोचक मोड़ ले सकता है।
सीलमपुर में राहुल गांधी की पहली रैली
राहुल गांधी की सीलमपुर में होने वाली पहली रैली कांग्रेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। खासकर आम आदमी पार्टी की सरकार और उसके नेतृत्व पर राहुल गांधी के सियासी प्रहार पर सबकी निगाहें लगी हैं। इस रैली का आयोजन उस क्षेत्र में किया जा रहा है, जहां कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक है, और चुनावी मुकाबला सीधे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से है। कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि राहुल गांधी अपनी जनसभा में अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के 10 साल के शासन की विफलताओं को लेकर आक्रामक रुख अपनाएंगे।
कांग्रेस की आक्रामक चुनावी रणनीति
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस ने अपनी खोई हुई सियासी जमीन को फिर से हासिल करने के लिए कई कदम उठाए हैं। नवंबर और दिसंबर में कांग्रेस ने दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में न्याय यात्रा निकाली और इस दौरान आम आदमी पार्टी की सरकार और उसके भ्रष्टाचार को लेकर जमकर हमला बोला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने केजरीवाल की सरकार के खिलाफ अपनी आलोचनाओं को प्रमुखता से रखा, और पार्टी ने कैरिकेचर वाले शराब की बोतलनुमा गुब्बारे और एलईडी स्क्रीन पर आप सरकार की चार्जशीट को लाइव दिखाकर अपनी आक्रामकता जताई।
कांग्रेस की उम्मीदवार सूची और चुनावी वादे
कांग्रेस ने इस बार आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेताओं के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं। जैसे कि कालकाजी में मुख्यमंत्री आतिशी के मुकाबले महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा, और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के मुकाबले पूर्व महापौर फरहाद सूरी को टिकट दिया गया है। कांग्रेस ने कई लोकलुभावन वादे भी किए हैं, जैसे कि 2500 रुपये की महिला सम्मान राशि, 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा, और दिल्ली के बेरोजगारों को 8500 रुपये प्रति माह की राशि देने का वादा। इसके अलावा, कांग्रेस मुफ्त बिजली देने और कई गारंटी देने की रणनीति पर काम कर रही है।