Delhi News : भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने का सपना शनिवार को 8 फरवरी 2025 को पूरा हो गया, जब पार्टी ने 70 विधानसभा सीटों में से 48 पर जीत दर्ज की। इस जीत ने आम आदमी पार्टी (AAP) को पीछे छोड़ते हुए बीजेपी को भारी बहुमत दिलाया। यह जीत इस मायने में भी खास है, क्योंकि 40 साल में पहली बार दिल्ली-NCR क्षेत्र के सभी राज्यों में किसी एक पार्टी का शासन स्थापित हुआ है और उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में डबल इंजन सरकार भी आ गई है।
केंद्र और दिल्ली-NCR में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
दिल्ली में विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल करने के साथ ही बीजेपी ने 4 दशक बाद केंद्र और दिल्ली-NCR क्षेत्र में शासन करने वाली पहली पार्टी बनने का गौरव प्राप्त किया। बीजेपी 1985 के बाद पहली बार दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में सत्तारूढ़ होगी। यह केवल एक राजनीतिक जीत नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के राज्यों में अब एक ही पार्टी की सरकार होगी। उत्तर भारत के अन्य राज्य उत्तराखंड में भी बीजेपी की सरकार है।
दिल्ली-NCR का महत्व
दिल्ली-NCR क्षेत्र 55,144 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, और 2011 की जनगणना के अनुसार यहां करीब 46 करोड़ लोग रहते हैं। यह भारत के सबसे अहम आर्थिक और औद्योगिक क्षेत्रों में से एक है। दिल्ली-NCR में दिल्ली के अलावा नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद जैसे प्रमुख शहर आते हैं, जो आर्थिक और औद्योगिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं।
बीजेपी की दिल्ली में वापसी
बीजेपी दिल्ली (Delhi News) की सत्ता से 1998 से दूर थी, लेकिन अब दिल्ली में उसकी सत्ता पुनः स्थापित हो गई है। दिल्ली के अलावा राजधानी से सटे अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में पहले से ही बीजेपी की सरकारें हैं। दिल्ली में 10 वर्षों से सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) को हराते हुए बीजेपी ने यहां अपनी जीत का परचम लहराया। इस तरह बीजेपी अब दिल्ली-NCR क्षेत्र के हर राज्य में सत्ता का संचालन करेगी।
डबल इंजन सरकार का रूपांतरण
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ, राजस्थान में भजन लाल शर्मा और हरियाणा में नायब सिंह सैनी की अगुवाई में बीजेपी की सरकारें हैं। अब दिल्ली में भी बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। पिछले 40 वर्षों में यह पहली बार होगा जब कोई एक पार्टी केंद्र और इन चार राज्यों में शासन करेगी। इससे पहले 1985 में ऐसा आखिरी बार हुआ था जब कांग्रेस ने केंद्र सहित दिल्ली और अन्य राज्यों में अपनी सरकार बनाई थी। 1984 के दिसंबर में इंदिरा गांधी की नृशंस हत्या के बाद पार्टी को सहानुभूति लहर का लाभ मिला और उसने 400 से अधिक सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की थी।
1985 का चुनाव और माहौल
1985 में राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने थे और उसी साल 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनाव हुए थे। उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की थी। दिल्ली जो उस समय केंद्र शासित प्रदेश था पहले विधानसभा नहीं थी, लेकिन 1992 में दिल्ली में पूर्ण विधानसभा की व्यवस्था शुरू की गई। 1993 में पहली बार दिल्ली में चुनाव कराए गए थे।
दिल्ली-NCR का गठन और उद्देश्य
राष्ट्रीय राजधानी (Delhi News) क्षेत्र योजना बोर्ड (NCRPB) का गठन 1985 में हुआ था, और इसके गठन का प्रमुख उद्देश्य दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए योजनाएं तैयार करना था। इसकी स्थापना का उद्देश्य अव्यवस्थित विकास से बचने, बुनियादी ढांचे का विकास और भूमि उपयोग नियंत्रण को सुनिश्चित करना था। अब 40 साल बाद दिल्ली और इसके सटे राज्यों में बीजेपी की सरकार बन गई है और पीएम मोदी की डबल इंजन सरकार की बात को हकीकत में बदल दिया है।
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