Manipur CM Biren Resigns : मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने राज्यपाल से मिलकर 9 फरवरी 2025 को इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा उस समय आया जब मणिपुर विधानसभा का सत्र 10 फरवरी 2025 से शुरू होने वाला था। विपक्ष ने राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रखी थी। कांग्रेस ने तो यह तक कह दिया कि एन बिरेन सिंह को दो साल पहले ही बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था। कांग्रेस नेता आलोक शर्मा ने कहा “देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। मणिपुर में विधायकों की अंतरात्मा जागी है, जिन्होंने मजबूरी में इस्तीफा दिया है।”

दिल्ली में अमित शाह से मिले थे एन बिरेन सिंह
आज यानी 9 फरवरी को एन बिरेन सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। कुछ घंटों बाद ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इस दौरान बताया जा रहा है कि भाजपा विधायक दल की बैठक जल्द ही होगी, जिसमें पार्टी के उच्च नेतृत्व से बात कर नया मुख्यमंत्री चुना जाएगा। गौरतलब है कि पिछले साल मणिपुर में हिंसा की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने जनता से माफी भी मांगी थी।
विपक्ष का हमला
विपक्ष ने एन बिरेन सिंह के इस्तीफे को लेकर सवाल उठाए। एनपीएएफ पार्टी के सांसद लोरो फोज ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा “एन बिरेन सिंह अपने विधायकों का समर्थन खो चुके थे। उन्होंने देर से इस्तीफा दिया। अगर वे डेढ़ साल पहले इस्तीफा दे देते तो मणिपुर बच जाता, वहां के छात्रों का जीवन बच सकता था। मणिपुर का जो नुकसान हुआ वह इस्तीफे से ठीक नहीं होगा।”
बीजेपी नेता बीरेन सिंह का इस्तीफे पर बयान
अपने इस्तीफे में बीरेन सिंह ने लिखा “अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं, जिन्होंने समय पर कार्रवाई की, मदद की और विकास कार्य किए। उन्होंने मणिपुर के हितों की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू कीं। मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि वह इसी तरह काम करती रहे।”
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