Raebareli News: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां भीड़ ने एक 40 साल के दलित युवक को सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर मार डाला क्योंकि उन्हें शक था कि वो ड्रोन चोरी कर रहा था। इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक कड़ा संयुक्त बयान जारी किया है और इस घटना की कड़ी निंदा की है।
राहुल गांधी ने कहा, “हरिओम वाल्मीकि की निर्मम हत्या सिर्फ एक इंसान की नहीं है – ये इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है।” उन्होंने आगे कहा कि आज देश में दलित, आदिवासी, मुसलमान, पिछड़े और गरीब – हर वो शख्स निशाने पर है जिसकी आवाज कमजोर है, जिसकी हिस्सेदारी छीनी जा रही है, और जिसकी जिंदगी को सस्ती समझा जा रहा है।
राहुल गांधी का कहना है कि देश में आज नफरत और हिंसा को सत्ता का संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि संविधान की जगह अब बुलडोज़र ने ले ली है और इंसाफ की जगह डर ने।

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा, “2014 के बाद से मॉब लिंचिंग, बुलडोजर न्याय और भीड़तंत्र हमारे समय की पहचान बन चुके हैं।” उन्होंने रायबरेली की घटना को संविधान के खिलाफ अपराध बताते हुए कहा कि ये सिर्फ दलित समुदाय पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे समाज और देश के लिए शर्म की बात है।
उन्होंने देश में बढ़ते अन्याय की कई घटनाओं का ज़िक्र किया, जैसे कि हाथरस, उन्नाव, रोहित वेमुला की मौत, आदिवासी युवक पर पेशाब करने की घटना, और पहलू खान व अखलाक की हत्या। इन सभी उदाहरणों के ज़रिए उन्होंने दिखाने की कोशिश की कि किस तरह कमजोर तबकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी वंचितों और कमजोरों की आवाज़ बने रहने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि इस अन्याय के खिलाफ एकजुट हों और तब तक लड़ाई जारी रखें जब तक हर भारतीय को बराबरी, सुरक्षा और सम्मान नहीं मिल जाता।
बयान में ये भी कहा गया कि “डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी के भारत में ऐसी घटनाओं की कोई जगह नहीं है।” भारत एक ऐसा देश होना चाहिए जहां समानता, सामाजिक न्याय और संवेदनशीलता सबसे ऊपर हो।
राहुल गांधी ने अंत में कहा, “मैं हरिओम के परिवार के साथ खड़ा हूं – उन्हें इंसाफ ज़रूर मिलेगा। ये देश संविधान से चलेगा, भीड़ की सनक से नहीं।”
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