Bihar Exit Poll 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के समाप्त होते ही एग्जिट पोल्स ने राज्य की सियासत में भूचाल मचा दिया है। विभिन्न सर्वे एजेंसियों के अनुसार, महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस, वाम दल और वीआईपी) 130 से 145 सीटों के बीच निर्णायक बढ़त की ओर अग्रसर है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन (बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी-रामविलास, एचएएम) 85 से 100 सीटों के बीच सिमटता नजर आ रहा है।
यह नतीजे युवा नेता तेजस्वी यादव की लोकप्रियता और उनके चुनावी वादों पर जनता की मुहर माने जा रहे हैं। रोजगार, पलायन, शिक्षा और किसान मुद्दों पर केंद्रित महागठबंधन का एजेंडा युवाओं और अल्पसंख्यक मतदाताओं को खासा प्रभावित करता दिखा। हालांकि, 2024 के हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में एग्जिट पोल की भविष्यवाणियां गलत साबित हुई थीं, जिससे वास्तविक नतीजों को लेकर उत्सुकता बनी हुई है। परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
महागठबंधन की औसत बढ़त
एग्जिट पोल एजेंसियों के औसतन अनुमानों में महागठबंधन ने स्पष्ट बढ़त बनाई है। बहुमत का जादुई आंकड़ा 122 सीटों का है, जिसे पार करने की पूरी संभावना दिख रही है।
| एजेंसी | महागठबंधन (MG) | एनडीए (NDA) | प्रमुख अवलोकन |
| चाणक्य स्ट्रैटेजी | 130-145 | 85-100 | युवा मतदाताओं का बड़ा समर्थन |
| एक्सिस माई इंडिया | 125-140 | 90-105 | आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी |
| सी-वोटर | 110-120 | 115-125 | ग्रामीण इलाकों में कांटे की टक्कर |
| पोल ऑफ पोल्स (औसत) | 133 | 100 | तेजस्वी यादव की सरकार बनने के संकेत |
एक्सिस माई इंडिया के विशेषज्ञों का मानना है कि ‘रोजगार’ और ‘पलायन’ जैसे मुद्दे इस चुनाव में निर्णायक रहे। महागठबंधन का जोर स्थानीय नौकरियों और विकास पर था, जबकि एनडीए सरकार पर ठोस रोजगार नीति न देने के आरोप लगे।
आरजेडी की बंपर वापसी, जेडीयू की मुश्किलें
महागठबंधन में आरजेडी सबसे प्रभावशाली पार्टी बनकर उभरी है, जबकि जेडीयू के प्रदर्शन में गिरावट साफ झलकती है।
- आरजेडी: 90-105 सीटें (2020 की तुलना में बड़ी छलांग)
- कांग्रेस और वाम दल: 30-40 सीटें
- बीजेपी: 70-80 सीटें (स्थिर प्रदर्शन)
- जेडीयू: 35-45 सीटें (नीतीश कुमार के लिए चिंता का विषय)
मत प्रतिशत के अनुसार, महागठबंधन को 45-48% वोट शेयर मिलने का अनुमान है, जबकि एनडीए को 40-43% वोट मिलने की संभावना जताई गई है। यह स्पष्ट संकेत है कि जनता का झुकाव इस बार विपक्ष की ओर है।
2024 की गलतियों से सबक
राजनीतिक विश्लेषकों ने एग्जिट पोल की सटीकता पर संदेह जताया है। कई बार ऐसे पूर्वानुमान वास्तविक परिणामों से भिन्न साबित हुए हैं।
- हरियाणा 2024: पोल्स ने कांग्रेस को बहुमत दिया था, लेकिन बीजेपी ने 48 सीटें जीतकर सरकार बनाई।
- झारखंड 2024: एग्जिट पोल्स ने एनडीए को 50 सीटों का अनुमान दिया था, जबकि इंडिया गठबंधन ने 56 सीटों के साथ जीत दर्ज की।
- महाराष्ट्र 2024: महायुति के पक्ष में परिणाम आए, लेकिन क्षेत्रीय स्तर पर भारी अंतर देखने को मिला।
विशेषज्ञों के अनुसार, जातीय समीकरण, ग्रामीण मूड और आखिरी वक्त के वोट ट्रांसफर जैसे तत्व पोलस्टर्स की गणना को प्रभावित करते हैं। इस कारण एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न बना रहता है।
ये भी पढ़ें: Faridabad News: फरीदाबाद में बड़ा आतंकी साजिश का खुलासा, डॉक्टर के घर से मिलीं AK-47 राइफलें और विस्फोटक
ये भी देखें: Delhi Air Pollution Protest: जहर बनी दिल्ली की हवा, इंडिया गेट पर प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन


