24 March Ka Panchang : पंचांग मुख्य रूप से पांच प्रमुख तत्वों या “अंगों” से बना होता है, जो समय और खगोलीय घटनाओं के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं।
ये है पांच तत्व
तिथि (चंद्र दिवस): किसी दिए गए दिन चंद्रमा का विशिष्ट चरण।
नक्षत्र (तारा नक्षत्र): 27 नक्षत्रों में से किसी एक में चंद्रमा की स्थिति।
वर (सप्ताह का दिन): सप्ताह का दिन, जो रविवार (रविवार) से शुरू होता है।
योग (चंद्र-सौर काल): सूर्य और चंद्रमा की स्थिति का एक विशेष संयोजन, जो दैनिक गतिविधियों को प्रभावित करता है।
करण (तिथि का आधा भाग): तिथि का दो भागों में विभाजन, जिसका उपयोग अधिक सटीक समय गणना के लिए किया जाता है।
24 March Ka Panchang : सूर्योदय एवं चन्द्रोदय
- सूर्योदय 06:20 ए एम
- सूर्यास्त 06:34 पी एम
- चन्द्रोदय 03:33 ए एम, मार्च 25
- चन्द्रास्त 01:07 पी एम
पंचांग
- तिथि दशमी – 05:05 ए एम, मार्च 25 तक
- नक्षत्र उत्तराषाढा – 04:27 ए एम, मार्च 25 तक
- एकादशी श्रवण
- योग परिघ – 04:45 पी एम तकⓘ
- करण वणिज – 05:27 पी एम तकⓘ
- शिवⓘ विष्टि – 05:05 ए एम, मार्च 25 तकⓘ
- वार सोमवारⓘ बवⓘ
- पक्ष कृष्ण पक्ष
चन्द्र मास, सम्वत एवं बृहस्पति संवत्सर
- विक्रम सम्वत 2081 पिङ्गलⓘ
- बृहस्पति संवत्सर पिङ्गल – 02:14 पी एम, अप्रैल 29, 2024 तकⓘ
- शक सम्वत 1946 क्रोधीⓘ कालयुक्तⓘ
- गुजराती सम्वत 2081 नलⓘ
- चन्द्रमास चैत्र – पूर्णिमान्तⓘ
- प्रविष्टे/गते 11ⓘ फाल्गुन – अमान्तⓘ
राशि तथा नक्षत्र
- चन्द्र राशि धनु – 10:25 ए एम तक
- नक्षत्र पद उत्तराषाढा – 10:25 ए एम तक
- मकर उत्तराषाढा – 04:28 पी एम तक
- सूर्य राशि मीन उत्तराषाढा – 10:29 पी एम तक
- सूर्य नक्षत्र उत्तर भाद्रपद उत्तराषाढा – 04:27 ए एम, मार्च 25 तक
- सूर्य नक्षत्र पद उत्तर भाद्रपद – 08:27 पी एम तक श्रवण
- उत्तर भाद्रपद
ऋतु तथा अयन
- द्रिक ऋतु वसन्त दिनमान 12 घण्टे 14 मिनट्स 10 सेकण्ड्स
- वैदिक ऋतु शिशिर रात्रिमान 11 घण्टे 44 मिनट्स 39 सेकण्ड्स
- द्रिक अयन उत्तरायण मध्याह्न 12:27 पी एम
- वैदिक अयन उत्तरायण
24 March Ka Panchang : शुभ समय
- ब्रह्म मुहूर्त 04:46 ए एम से 05:33 ए एम
- प्रातः सन्ध्या 05:09 ए एम से 06:20 ए एम
- अभिजित मुहूर्त 12:03 पी एम से 12:52 पी एम
- विजय मुहूर्त 02:29 पी एम से 03:18 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त 06:33 पी एम से 06:57 पी एम
- सायाह्न सन्ध्या 06:34 पी एम से 07:45 पी एम
- अमृत काल 10:00 पी एम से 11:37 पी एम
- निशिता मुहूर्त 12:03 ए एम, मार्च 25 से 12:50 ए एम, मार्च 25
- सर्वार्थ सिद्धि योग 04:27 ए एम, मार्च 25 से 06:19 ए एम, मार्च 25
अशुभ समय
- राहुकाल 07:52 ए एम से 09:24 ए एम
- यमगण्ड 10:55 ए एम से 12:27 पी एम
- आडल योग 06:20 ए एम से 10:29 पी एम
- विडाल योग 10:29 पी एम से 06:01 ए एम, मार्च 25
- गुलिक काल 01:59 पी एम से 03:31 पी एम
- दुर्मुहूर्त 12:52 पी एम से 01:40 पी एम
- वर्ज्य 12:21 पी एम से 01:57 पी एम 03:18 पी एम से 04:07 पी एम
- बाण मृत्यु – 08:27 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
- भद्रा 05:27 पी एम से 05:05 ए एम, मार्च 25
आनन्दादि एवं तमिल योग
- आनन्दादि योग मृत्यु – 10:29 पी एम तक
- तमिल योग मरण – 10:29 पी एम तक
- काण – 06:01 ए एम, मार्च 25 तक
- मरण – 06:01 ए एम, मार्च 25 तक
- सिद्धि अमृत
- जीवनम अर्ध जीवन½ नेत्रम एक नेत्र𝟣
निवास और शूल
- होमाहुति राहु☊
- दिशा शूल पूर्व
- अग्निवास पृथ्वी – 05:05 ए एम, मार्च 25 तक
- चन्द्र वास पूर्व – 10:25 ए एम तक
- आकाश दक्षिण – 10:25 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
- भद्रावास पाताल – 05:27 पी एम से 05:05 ए एम, मार्च 25 तकⓘ
- राहु वास उत्तर-पश्चिम
- शिववास क्रीड़ा में – 05:05 ए एम, मार्च 25 तक
- कुम्भ चक्र तल
- कैलाश पर