Aaj Ka Panchang : हिंदू पंचांग, जिसे वैदिक कैलेंडर के रूप में भी जाना जाता है, समय और घटनाओं की सटीक गणना के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक पारंपरिक उपकरण है। यह हिंदू परंपराओं के अनुसार शुभ समय निर्धारित करने और समय के चक्र को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पंचांग मुख्य रूप से पाँच प्रमुख तत्वों या “अंगों” से बना होता है, जो समय और खगोलीय घटनाओं के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं। ये पाँच तत्व हैं:
- तिथि (चंद्र दिवस): किसी दिए गए दिन चंद्रमा का विशिष्ट चरण।
- नक्षत्र (तारा नक्षत्र): 27 नक्षत्रों में से किसी एक में चंद्रमा की स्थिति।
- वर (सप्ताह का दिन): सप्ताह का दिन, जो रविवार (रविवार) से शुरू होता है।
- योग (चंद्र-सौर काल): सूर्य और चंद्रमा की स्थिति का एक विशेष संयोजन, जो दैनिक गतिविधियों को प्रभावित करता है।
- करण (तिथि का आधा भाग): तिथि का दो भागों में विभाजन, जिसका उपयोग अधिक सटीक समय गणना के लिए किया जाता है।
सूर्योदय एवं चन्द्रोदय
- सूर्योदय 05:51 ए एम
- सूर्यास्त 06:59 पी एम
- चन्द्रोदय 04:31 पी एम
- चन्द्रास्त 02:42 ए एम, अगस्त 17
पंचांग
- तिथि एकादशी – 09:39 ए एम तक
- नक्षत्र मूल – 12:44 पी एम तकMula
- द्वादशी र्वाषाढा
- योग विष्कम्भ – 01:12 पी एम तकⓘ
- करण विष्टि – 09:39 ए एम तकⓘ
- प्रीतिⓘ बव – 08:58 पी एम तकⓘ
- वार शुक्रवारⓘ बालवⓘ
- पक्ष शुक्ल पक्ष
चन्द्र मास एवं सम्वत
- शक सम्वत 1946 क्रोधी
- चन्द्रमास श्रावण – पूर्णिमान्त
- विक्रम सम्वत 2081 पिङ्गल
- श्रावण – अमान्त
- गुजराती सम्वत 2080 राक्षस
राशि तथा नक्षत्र
- चन्द्र राशि धनु
- नक्षत्र पद मूल – 06:50 ए एम तक
- सूर्य राशि कर्क – 07:54 पी एम तक
- मूल – 12:44 पी एम तक
- सिंह पूर्वाषाढा – 06:34 पी एम तक
- सूर्य नक्षत्र अश्लेशा – 07:54 पी एम तक
- पूर्वाषाढा – 12:22 ए एम, अगस्त 17 तक
- मघा पूर्वाषाढा
- सूर्य नक्षत्र पद अश्लेशा – 07:54 पी एम तक
- मघा
ऋतु तथा अयन
- द्रिक ऋतु वर्षा दिनमान 13 घण्टे 08 मिनट्स 07 सेकण्ड्स
- वैदिक ऋतु वर्षा रात्रिमान 10 घण्टे 52 मिनट्स 24 सेकण्ड्स
- द्रिक अयन दक्षिणायण मध्याह्न 12:25 पी एम
- वैदिक अयन दक्षिणायण
Aaj Ka Panchang : शुभ समय
- ब्रह्म मुहूर्त 04:24 ए एम से 05:07 ए एम
- प्रातः सन्ध्या 04:46 ए एम से 05:51 ए एम
- अभिजित मुहूर्त 11:58 ए एम से 12:51 पी एम
- विजय मुहूर्त 02:36 पी एम से 03:29 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त 06:59 पी एम से 07:20 पी एम
- सायाह्न सन्ध्या 06:59 पी एम से 08:04 पी एम
- अमृत काल 06:22 ए एम से 07:57 ए एम
- निशिता मुहूर्त 12:03 ए एम, अगस्त 17 से 12:47 ए एम, अगस्त 17
अशुभ समय
- राहुकाल 10:46 ए एम से 12:25 पी एम
- यमगण्ड 03:42 पी एम से 05:20 पी एम
- गुलिक काल 07:29 ए एम से 09:08 ए एम
- दुर्मुहूर्त 08:28 ए एम से 09:21 ए एम
- वर्ज्य 11:08 ए एम से 12:44 पी एम 12:51 पी एम से 01:43 पी एम
- 09:58 पी एम से 11:30 पी एम
- भद्रा 05:51 ए एम से 09:39 ए एम
- गण्ड मूल 05:51 ए एम से 12:44 पी एम
- बाण अग्नि – 07:54 पी एम तक
आनन्दादि एवं तमिल योग
- आनन्दादि योग स्थिर – 12:44 पी एम तक
- तमिल योग अमृत – 12:44 पी एम तक
- वर्धमान सिद्ध
- जीवनम पूर्ण जीवन𝟣 नेत्रम दो नेत्र𝟤
निवास और शूल
- होमाहुति शनि♄
- दिशा शूल पश्चिम
- अग्निवास पाताल – 09:39 ए एम तकⓘ
- चन्द्र वास पूर्व
- पृथ्वीEarth राहु वास दक्षिण-पूर्व
- भद्रावास पाताल – 09:39 ए एम तकⓘ
- कुम्भ चक्र पश्चिम
- शिववास क्रीड़ा में – 09:39 ए एम तक
- कैलाश पर
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