बीजेपी ने बुधवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के पश्चात बड़ा फैसला लिया है। आपको बता दें कि संसद की सदस्यता से चुनाव में जो सांसद जीतकर आए है वो इस्तीफा देंगे। मिली जानकारी के अनुसार ऐसे 12 सांसदों ने बुधवार को इस्तीफा सौंप दिया है।
बताया जा रहा है कि बीजेपी ने तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार बनाई है। वही तेलंगाना में आठ सीटें जीती हैं। बता दें कि चार राज्यों में विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 21 सांसदों को टिकट दिया था। सात-सात सांसदों को मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में चुनाव लड़ाया था। वहीं, छत्तीसगढ़ में चार सांसदों एवं तेलंगाना में तीन सांसदों को विधानसभा में टिकट दिया गया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व ने हाल के राज्य विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद अपने संसदीय पदों से इस्तीफा देने का फैसला किया है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी सदस्यों के साथ अध्यक्ष से मुलाकात कर औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा सौंपा।
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आइए विभिन्न राज्यों के उल्लेखनीय इस्तीफों पर एक नजर डालें:
राजस्थान Rajasthan:
राजवर्धन राठौड़
दीया कुमारी
किरोड़ी लाल मीना
मध्य प्रदेश:
नरेंद्र तोमर
प्रह्लाद पटेल
राकेश सिंह
रीति पाठक
उदय प्रताप सिंह
छत्तीसगढ़:
गोमती साई
अरुण साव
बताया गया है कि इन इस्तीफों के परिणामस्वरूप तीन मंत्री मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देंगे। इस्तीफा देने वालों में प्रह्लाद पटेल और नरेंद्र तोमर दोनों केंद्रीय मंत्री हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ से सांसद और केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह भी अपना इस्तीफा सौंपेंगी। इससे केंद्रीय कैबिनेट में तीन मंत्री कम हो जाएंगे। इस्तीफा देने वाले सांसदों की संख्या 12 बताई जा रही है, जिनमें राजस्थान के बाबा बालकनाथ भी शामिल हैं। इस कदम से लोकसभा और केंद्रीय मंत्रिमंडल दोनों में भाजपा के प्रतिनिधित्व पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
चुनावों के दौरान भाजपा ने रणनीतिक रूप से विभिन्न राज्यों में उम्मीदवार उतारे थे:
मध्य प्रदेश:
प्रत्याशियों में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, राकेश सिंह, राव उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक और गणेश सिंह शामिल हैं।
राजस्थान :
उल्लेखनीय उम्मीदवार बाबा बालकनाथ, भागीरथ चौधरी, किरोड़ी लाल मीना, दीया कुमारी, नरेंद्र खीचड़, राजवर्धन राठौड़ और देवजी पटेल थे।
छत्तीसगढ़:
भाजपा ने विधानसभा चुनाव में विजय बघेल, गोमती साय, रेणुका सिंह और अरुण साव को अपना उम्मीदवार बनाया था।
तेलंगाना:
बंदी संजय कुमार, धर्मपुरी अरविंद और सोयम बापू चुने गए उम्मीदवार थे।
इस्तीफा देने का यह निर्णय भाजपा नेतृत्व द्वारा एक रणनीतिक कदम के रूप में लिया गया है, जो संभवतः हाल की चुनावी जीत के मद्देनजर पार्टी की संरचना को फिर से आकार देने का संकेत दे रहा है। यह देखना बाकी है कि ये बदलाव आने वाले महीनों में राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव डालेंगे।