Angel Chakma Murder: भारतीय होने के बावजूद एक युवक को नस्लीय भेदभाव का शिकार होना पड़ा और विरोध करने की कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। त्रिपुरा के रहने वाले छात्र एंजेल चकमा को देहरादून में कुछ युवकों ने सिर्फ इसलिए निशाना बनाया क्योंकि उनका चेहरा और शक्ल-सूरत अलग थी। आरोप है कि छह युवकों ने उन्हें चाइनीज, चिंकी, मोमो जैसे अपशब्द कहकर चिढ़ाया। जब एंजेल ने इसका विरोध किया, तो उन पर चाकू से हमला कर दिया गया।
इस हमले में गंभीर रूप से घायल एंजेल चकमा ने 17 दिन तक जिंदगी और मौत से जंग लड़ी, लेकिन आखिरकार 26 दिसंबर को उन्होंने दम तोड़ दिया। यह घटना उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
मामले ने पकड़ा तूल, सरकार सख्त
एंजेल चकमा की हत्या के बाद त्रिपुरा से लेकर उत्तराखंड तक भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कहा है कि प्रदेश में इस तरह की घटनाएं किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। उन्होंने कहा कि अराजक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा और दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
पुलिस के अनुसार, एक आरोपी मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है और उसके नेपाल भागने की आशंका है। इस मामले में नेपाल से भी सहयोग मांगा गया है।
अब तक पांच आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
त्रिपुरा के उनाकोटी जिले के नंदानगर निवासी एंजेल चकमा की हत्या के मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से दो आरोपी नाबालिग हैं, जिन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। एक आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। फरार आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है और पुलिस की एक टीम उसे पकड़ने के लिए नेपाल भी भेजी गई है।
त्रिपुरा और देहरादून में गुस्सा और शोक
एंजेल की मौत के बाद त्रिपुरा में गहरा शोक और गुस्सा है। वहीं, देहरादून में भी सामाजिक संगठनों और पूर्वोत्तर राज्यों के छात्रों ने कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित कीं। झाझरा स्थित जनजातीय गुरुकुल में मोमबत्तियां जलाकर एंजेल को श्रद्धांजलि दी गई और दोषियों को कड़ी सजा, यहां तक कि फांसी देने की मांग की गई।
इस श्रद्धांजलि सभा में त्रिपुरा के विधायक शंभू लाल चकमा और एंजेल के माता-पिता अगरतला से ऑनलाइन जुड़े। एंजेल के पिता ने पोस्टमार्टम को लेकर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की अपील की।
सीएम धामी का कड़ा संदेश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस को फरार आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को सरकार किसी भी हाल में नहीं छोड़ेगी। उत्तराखंड में रहने वाले हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है। साथ ही, उन्होंने एंजेल चकमा की मौत पर गहरा दुख जताया।
यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि नस्लीय भेदभाव और नफरत की उस सोच की याद दिलाता है, जिसे समाज से खत्म करना अब बेहद जरूरी हो गया है।
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