Bangladesh Violence : बांग्लादेश में हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना अपना आवास छोड़ सुरक्षित स्थान के लिए रवाना हुई। मीडिया द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ढाका से शेख हसीना अपनी बहन को साथ रवाना हुई हैं। प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास को छोड़कर वह सुरक्षित स्थान पर चली गई। आपको बता दें कि शेख हसीना को भाषण रिकॉर्ड करने का भी समय नहीं मिला।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 19 पुलिस अधिकारी शामिल हैं। बढ़ती हिंसा के जवाब में, देश भर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है और व्यवस्था बहाल करने के लिए सेना को तैनात किया गया है।
छात्र देश भर में कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर राजधानी ढाका की ओर मार्च कर रहे हैं। इस बीच, सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान के राष्ट्र को संबोधित करने की उम्मीद है और उन्होंने लोगों से धैर्य रखने का आग्रह किया है।
हिंसा के बीच सत्तारूढ़ और विपक्षी नेताओं के बीच बैठक
चल रही हिंसा के बीच सत्तारूढ़ अवामी लीग और विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं के बीच सेना मुख्यालय में बैठक हुई। छात्रों का विरोध प्रदर्शन इस हद तक बढ़ गया है कि अब वे शेख हसीना की स्थिति के लिए एक बड़ा खतरा बन गए हैं। बढ़ते संकट के मद्देनजर, शेख हसीना ने कथित तौर पर ढाका छोड़ दिया है।
शेख हसीना ढाका से रवाना
एएफपी के अनुसार, हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच (Bangladesh Violence) प्रधानमंत्री शेख हसीना ढाका छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं। जाने से पहले, उन्होंने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।
प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग
शेख हसीना द्वारा न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए आरक्षण समाप्त करने से इनकार करने के बाद अशांति शुरू हुई। इस निर्णय ने पूरे देश में तनाव बढ़ा दिया। छात्रों ने शेख हसीना पर तानाशाही का आरोप लगाया और प्रधानमंत्री कार्यालय से उनके इस्तीफे की मांग की।