Operation Sindoor: पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों पर भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद अब एक और बड़ी जवाबी कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकियों के नौ ठिकानों को निशाना बनाने के बाद, अब भारतीय वायुसेना को पूरी तरह से खुली छूट दे दी गई है। वायुसेना से स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि अगर किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है, तो वह पूरी ताकत के साथ जवाब दे सकती है।
एनएसए डोभाल पहुंचे पीएम निवास
देश की सुरक्षा स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि डोभाल प्रधानमंत्री को ताजा हालातों की जानकारी दे रहे हैं और आगे की रणनीति पर चर्चा चल रही है। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें सत्ताधारी और विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं की मौजूदगी रहेगी। इस बैठक में सीमा पर उत्पन्न हालात को लेकर देश की साझा नीति तय की जाएगी।
पाकिस्तानी गोलाबारी में 13 की मौत
बुधवार, 07 मई को पाकिस्तान की सेना ने जम्मू-कश्मीर के नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित कई गांवों को निशाना बनाते हुए भारी गोलीबारी की। इस हमले में एक सैनिक और चार बच्चों समेत कुल 13 लोगों की जान चली गई। यह गोलाबारी भारतीय सेना द्वारा की गई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कार्रवाई के बाद हुई, जिसमें भारत ने आतंकियों के नौ ठिकानों को मिसाइल हमलों से ध्वस्त किया था।
भारतीय सेना का जवाब, कई चौकियां तबाह
पाकिस्तानी गोलीबारी का भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना ने जवाबी कार्रवाई में दुश्मन की कई चौकियों को नष्ट कर दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भारी गोलाबारी के चलते स्थानीय नागरिकों को घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
पंजाब के सीमावर्ती गांव खाली कराए गए
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के मद्देनज़र एहतियातन कदम भी उठाए जा रहे हैं। पंजाब के फिरोजपुर जिले के सीमावर्ती गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। स्थानीय प्रशासन हाई अलर्ट पर है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
हालात पर पैनी नजर, बड़ा फैसला संभव
देश की सुरक्षा एजेंसियां हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं। वायुसेना और थलसेना को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। आने वाले कुछ दिनों में एक और निर्णायक कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। भारत ने साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद और उसके संरक्षकों को किसी भी हाल में बख्शने वाला नहीं है।