Himachal News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के बरठीं इलाके के गांव भल्लू में मंगलवार शाम (7 अक्टूबर) एक बेहद दर्दनाक हादसा हो गया। एक प्राइवेट बस, जिसमें कई यात्री सवार थे, पहाड़ी से आए भूस्खलन की चपेट में आ गई। इस हादसे में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 11 पुरुष, 4 महिलाएं और 1 बच्चा शामिल हैं। वहीं, दो बच्चे घायल हुए थे जिन्हें इलाज के बाद AIIMS बिलासपुर से छुट्टी दे दी गई है।
रात को रुका सुबह फिर शुरू हुआ रेस्क्यू
हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया, लेकिन बारिश और मलबा गिरने की वजह से रात करीब 2:30 बजे ऑपरेशन रोकना पड़ा। बुधवार सुबह 6:40 बजे जैसे ही मौसम थोड़ा साफ हुआ, NDRF और प्रशासन की टीमों ने फिर से मलबा हटाना शुरू किया। इसी दौरान लापता बच्चे का शव भी बरामद हुआ।
सभी शवों का पोस्टमार्टम CHC बरठीं में
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) बरठीं में सभी मृतकों का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम का काम सुबह 7 बजे शुरू हुआ और 10:30 बजे तक पूरा कर लिया गया। CMO बिलासपुर डॉ. शशिदत्त शर्मा ने बताया कि इसके लिए अतिरिक्त डॉक्टरों की व्यवस्था की गई थी।
पीड़ित परिवारों को मिली राहत राशि
प्रशासन की तरफ से मृतकों के परिजनों को ₹25,000 की फौरी राहत राशि दी गई है। इसके अलावा राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) से मिलने वाली सहायता की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
मौके पर पहुंचे डिप्टी सीएम
हादसे की खबर मिलते ही हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री तुरंत कुल्लू दशहरा उत्सव छोड़कर बिलासपुर पहुंचे। उन्होंने कहा, “यह बहुत ही हृदय विदारक घटना है। प्रशासन और बचाव टीमें पूरी तत्परता से जुटी हुई हैं। मैंने खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना जताई।”
प्रधानमंत्री ने जताया दुख, मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा, “हिमाचल के बिलासपुर में हुए हादसे से मन बहुत दुखी है। मेरी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।” प्रधानमंत्री राहत कोष से हर मृतक के परिजन को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है।
क्या बोले प्रत्यक्षदर्शी?
हादसे को लेकर स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “मेरा घर हादसे की जगह से सिर्फ 300 मीटर दूर है। जैसे ही खबर मिली, वैसे ही वहां पहुंच गए। देखा तो पूरी बस मलबे में दबी हुई थी। पहले एक बच्चे को निकाला और फिर पुलिस को फोन किया। जेसीबी मंगवाई और खुद भी मलबा हटाने में जुट गए। सरकार की लापरवाही की वजह से हमें ये दिन देखना पड़ रहा है।”
देशभर से नेताओं ने जताया दुख
इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, जयराम ठाकुर, योगी आदित्यनाथ, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और अनुराग ठाकुर समेत कई बड़े नेताओं ने शोक जताया है।
ये भी देखें: Cough Syrup Case: कफ सिरप है या काल! घातक गलती या लापरवाही ?