Delhi News : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। 19 फरवरी बुधवार को भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद दिल्ली के नए मुख्यमंत्री की घोषणा की जाएगी। इसके बाद 20 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। इस समारोह की तैयारियों में पार्टी ने जोर-शोर से काम शुरू कर दिया है और ये समारोह दिल्ली की राजनीति में एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हो सकता है।
भाजपा ने शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए अरविंद केजरीवाल और कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी को भी निमंत्रण भेजा है। भाजपा दिल्ली के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के इस अवसर पर न केवल पार्टी के नेताओं को बल्कि आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी को भी सम्मान देने की बात कर रही है। इसके अलावा दिल्ली के विभिन्न वर्गों के लोगों को भी समारोह में आमंत्रित किया जा रहा है, जिनमें कैब और ऑटो ड्राइवरों से लेकर झुग्गियों में रहने वाले लोग शामिल हैं।
दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार को इस संबंध में कहा कि शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण अरविंद केजरीवाल और आतिशी को भेजा गया है। पार्टी ने यह सुनिश्चित किया है कि दिल्ली के विभिन्न समुदायों और वर्गों को समारोह में शामिल किया जाए।
Delhi का सीएम कौन ?
दिल्ली के मुख्यमंत्री का कौन होगा, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है, और भाजपा ने अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम का खुलासा नहीं किया है। भाजपा की विधायक दल की बैठक में ही इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम की आधिकारिक घोषणा भी कर सकती है।
शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयारियों में भी कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। सूत्रों के अनुसार, रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण के लिए तीन अलग-अलग मंच तैयार किए जाएंगे। इन मंचों में से एक का आकार 40×24 फीट होगा, जबकि अन्य दो मंच 34×40 फीट के होंगे। मंच पर करीब 150 कुर्सियां रखी जाएंगी। वहीं, आम लोगों के लिए 30,000 कुर्सियों की व्यवस्था की जाएगी। अनुमान है कि इस समारोह में लगभग 1.5 लाख लोग शामिल हो सकते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 70 सीटों में से 48 सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत के बाद दिल्ली में 27 साल बाद उसकी सरकार बन रही है। वहीं आम आदमी पार्टी केवल 22 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई और कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल सकी।
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