Mayawati News : बसपा प्रमुख मायावती ने आज लखनऊ में अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई, जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए। इस बैठक में मायावती ने अपनी पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर रहे आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया। साथ ही उन्होंने आकाश आनंद की जगह पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता रामजी गौतम को नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंप दी है। यह बदलाव मायावती और आकाश आनंद के बीच पहले से चले आ रहे विवाद के बाद किया गया है, और यह पार्टी में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है।
आकाश आनंद के खिलाफ विवाद
आकाश आनंद जो मायावती के भतीजे हैं, पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे हैं। हालांकि मायावती और आकाश आनंद के बीच मतभेद पहले भी सामने आए हैं। इससे पहले मायावती ने अपने समधी और कई राज्यों के प्रभारी रहे अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से बाहर कर दिया था। इसके बाद आकाश आनंद को भी चेतावनी दी गई थी, जो उनकी बढ़ती महत्वाकांक्षाओं और पार्टी के अंदर के विवादों के कारण सामने आए थे।
आज की बैठक में आकाश आनंद के अनुपस्थित रहने को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं। आकाश आनंद की गैरमौजूदगी से यह साफ प्रतीत होता है कि पार्टी के अंदर तनाव और असहमति की स्थिति बनी हुई है।
मायावती ने अपनी भूमिका स्पष्ट
बैठक के बाद मायावती (Mayawati News ) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर की, जिसमें उन्होंने पार्टी के मिशन और अपने संघर्ष की स्पष्ट व्याख्या की। उन्होंने लिखा, “बीएसपी, देश में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के मानवतावादी आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के कारवां को सत्ता तक पहुंचाने हेतु, मान्यवर श्री कांशीराम जी द्वारा सब कुछ त्यागकर स्थापित की गई पार्टी व मूवमेन्ट, जिसमें स्वार्थ, रिश्ते-नाते आदि महत्वहीन हैं, और बहुजन-हित सर्वोपरि है।”
मायावती ने यह भी कहा कि वे अपनी आखिरी सांस तक इस आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष करती रहेंगी। साथ ही, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कोई भी वास्तविक उत्तराधिकारी तभी बन सकता है जब वह पार्टी और आंदोलन को हर हाल में आगे बढ़ाने में पूरी तरह समर्पित हो।
आकाश आनंद को उत्तराधिकारी बनाने का इन्कार
इससे पहले लोकसभा चुनावों के दौरान मायावती ने आकाश आनंद को अपरिपक्व बताते हुए उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाने से मना कर दिया था। हालांकि, जून 2024 में एक नई स्थिति पैदा हुई, जब मायावती ने आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। आकाश आनंद ने उस समय मायावती का पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया था, लेकिन अब उनका पार्टी से हटना और महत्वपूर्ण पदों से बाहर होना, पार्टी के अंदर उथल-पुथल का संकेत दे रहा है।
15 फरवरी को मायावती (Mayawati )ने आकाश आनंद के ससुर आशोक सिद्धार्थ को भी पार्टी से निकाल दिया था, जो उनके रिश्तों में और दरार पैदा करने वाला कदम था। इस स्थिति में आज की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आकाश आनंद के न होने को लेकर कई तरह की चर्चाएँ हो रही हैं और माना जा रहा है कि यह पार्टी के अंदर गहरे बदलाव का समय है।