Operation Sindoor Briefing: पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए वीभत्स आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए आतंकियों को करारा जवाब दिया। इस ऑपरेशन को लेकर आज एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें ऑपरेशन से जुड़ी कई अहम जानकारियां साझा की गईं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने की। इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रणनीति, कार्रवाई और परिणामों की विस्तार से जानकारी दी।
आतंक के पुराने ज़ख्मों की झलक
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सबसे पहले संसद हमले, मुंबई हमला, पुलवामा और हाल ही में हुए पहलगाम हमले के दृश्य दिखाए गए, जिससे यह स्पष्ट किया गया कि भारत पर लगातार हो रहे आतंकी हमलों को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आतंकियों को न्याय की भाषा में जवाब
अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर उन निर्दोष नागरिकों को न्याय दिलाने का प्रयास है जो 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए। इस मिशन में नौ आतंकी ठिकानों की पहचान कर उन्हें पूरी तरह नेस्तनाबूद किया गया। ये सभी ठिकाने आतंकियों के प्रशिक्षण केंद्र और लॉन्च पैड के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे थे।
खुफिया जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई
कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका ने जानकारी दी कि इन ठिकानों का चयन पूरी तरह से विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं के आधार पर किया गया। इस दौरान खास ध्यान रखा गया कि किसी रिहायशी इलाके या आम नागरिक को कोई नुकसान न पहुंचे।
संयम और सटीकता का परिचय
इस पूरे अभियान में भारत ने न सिर्फ सटीकता और ताकत दिखाई, बल्कि यह भी साबित किया कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत पूरी तरह गंभीर है और आम जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि रखता है।
भारत के इस सुनियोजित और संयमित कदम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिल रही है, जबकि देश के नागरिक सेना के इस साहसिक अभियान पर गर्व महसूस कर रहे हैं।