Akhilesh Yadav News : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मिली धमकी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। सोमवार को आजमगढ़ पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें धमकी दी जा रही है कि “गोली मार दी जाएगी”, लेकिन अगर वह कमजोर दिल के होते तो यहां नहीं पहुंच पाते। उन्होंने इस पूरे मामले पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला और आरोप लगाया कि ऐसे लोगों को सरकार द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।
“ऐसे लोगों को सीएम योगी दे रहे बढ़ावा”
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है, जो लोकतांत्रिक नेताओं को धमकी दे रहे हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि इन तत्वों को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का समर्थन प्राप्त है। अखिलेश ने इसे लोकतंत्र और संविधान के लिए गंभीर खतरा बताया।
इतिहास से जुड़े बयानों पर दी सलाह
रामजी लाल सुमन और इंद्रजीत सरोज के विवादित बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने संयम की सलाह दी। उन्होंने कहा, “मैंने अभी उनका बयान सुना नहीं है, लेकिन मैं समाजवादी पार्टी के सभी नेताओं से यही कहूंगा कि इतिहास की कोई ऐसी बात न करें जिससे समाज में लड़ाई हो।” अखिलेश ने जोर देकर कहा कि अब समय है सकारात्मक और एकजुटता की बात करने का।
“संविधान से बड़ा कुछ नहीं”
समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा कि पार्टी के भीतर भी वे सभी से यही कहेंगे कि कोई भी इतिहास से जुड़े ऐसे सवाल न उठाएं जिससे कोई सकारात्मक रास्ता न निकले। उन्होंने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का हवाला देते हुए कहा कि संविधान से बड़ी हमारे लिए कोई और चीज नहीं हो सकती।
जनता ने लोकतंत्र की ताकत दिखाई
हाल ही में हुए चुनाव परिणामों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है और जनता ने दिखा दिया है कि लोकतंत्र में वोट की ताकत क्या होती है। उन्होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं और यह संविधान की रक्षा में जनता का समर्थन है।
हज कोटा बढ़ाने पर भी बोले अखिलेश
हज कोटा बढ़ाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह अच्छी बात है, सभी को अपने धार्मिक कार्य करने का हक है। उन्होंने इसे धार्मिक स्वतंत्रता की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।
पूर्वांचल की जनता को बताया लोकतंत्र का रक्षक
अखिलेश यादव ने बलिया, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर की जनता का आभार जताते हुए कहा कि जब लोकतंत्र और संविधान को बचाने की कठिन परिस्थितियां थीं, तब इन क्षेत्रों की जनता ने एकजुटता दिखाई और समाजवादी पार्टी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) परिवार की एकजुटता ने इस लड़ाई को मजबूती दी और यह संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।