Aligarh News : समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन (Ramjilal Suman) को अलीगढ़ में करणी सेना और क्षत्रिय समाज के विरोध का सामना करना पड़ा। शनिवार को बुलंदशहर के सुनेहरा गांव जाते समय उनके काफिले को प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया। काले झंडे दिखाए गए और टायर फेंके गए। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने काफिले को रोका और सुमन को वापस भेज दिया।
सुनेहरा कांड के पीड़ितों से मिलने जा रहे थे रामजीलाल सुमन
रामजीलाल सुमन (Ramjilal Suman), समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल के साथ बुलंदशहर के गांव सुनेहरा जा रहे थे। वहां कुछ दिन पहले दलित समाज के चार लोगों को कार से कुचलने की घटना हुई थी, जिसमें पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। सुमन इसी घटना की जानकारी लेने पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे थे।
काफिले पर फेंके गए टायर
अखिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठा. ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जैसे ही रामजीलाल सुमन के काफिले के अलीगढ़ से गुजरने की सूचना मिली, विरोध की योजना बना ली गई थी। योजना के अनुसार, जैसे ही काफिला खेरेश्वर चौराहे पर पहुंचा, प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। काले झंडे दिखाए और टायर फेंककर अपना विरोध जताया।
हड़बड़ी में आपस में भिड़ीं काफिले की गाड़ियां
विरोध के दौरान काफिले में अफरातफरी मच गई। भगदड़ में काफिले की पांच गाड़ियां आपस में टकरा गईं, जिससे कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे में एडवोकेट ब्रज मोहन, एडवोकेट लल्लन बाबू, वीरपाल सिंह, सत्यपाल सिंह, सुरेश नेत्रपाल, पूरनचंद सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
गभाना टोल प्लाजा पर रोका गया काफिला
खेरेश्वर चौराहे से आगे बढ़ते हुए जब काफिला गभाना टोल प्लाजा पर पहुंचा, तो वहां अलीगढ़ और बुलंदशहर जिले की पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहले से ही तैनात थे। अधिकारियों ने काफिले को रोक दिया, जिससे सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई। सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि काफिले पर पथराव भी किया गया। स्थिति बिगड़ने से पहले पुलिस ने रामजीलाल सुमन को वापस अलीगढ़ भेज दिया, जबकि कुछ कार्यकर्ताओं को आगे जाने की अनुमति दी गई।


