Amethi Murder News : अमेठी में दलित शिक्षक, उसकी पत्नी और उनकी दो नाबालिग बेटियों की हत्या के मामले में एक अहम अपडेट सामने आया है। चार लोगों की हत्या करने वाला आरोपी चंदन वर्मा पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया है। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उसे नोएडा के जेवर टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पुलिस चंदन को वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामद करने के लिए ले जा रही थी। आरोप है कि चंदन ने अचानक एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली और भागने का प्रयास किया। जवाब में पुलिस ने उसका पीछा किया और उसके पैर में गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गया। घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें गोली लगने के बाद चंदन रोता हुआ दिखाई दे रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुठभेड़ मोहनगंज थाना क्षेत्र में हुई, जहां चंदन वर्मा को पुलिस ने गोली मार दी। उसे तुरंत गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। चंदन पर निजी रंजिश के चलते चार लोगों की बेरहमी से हत्या करने का आरोप है। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है। पूरी घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है और अधिकारी पूरी सच्चाई को उजागर करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। चंदन की गिरफ्तारी और उसके बाद हुई मुठभेड़ शहर में चर्चा का विषय बन गई है।
चंदन ने चार लोगों की हत्या क्यों की?
दावा किया जा रहा है कि मृतक शिक्षक सुनील भारती की पत्नी पूनम भारती के साथ चंदन का प्रेम संबंध था, जांच के दौरान पता चला कि मूल रूप से रायबरेली के रहने वाले सुनील भारती 2020 तक उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल थे। 2021 में उनकी नियुक्ति सरकारी स्कूल में शिक्षक के पद पर हुई। इसके बाद वे अपने परिवार के साथ अमेठी के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रहने लगे। आरोप है कि चंदन और पूनम का प्रेम संबंध उसकी शादी से पहले शुरू हुआ था, लेकिन शादी के बाद उनका संवाद बंद हो गया और हाल ही में फिर से शुरू हुआ।
इसके अलावा, जांच में पता चला कि चंदन के कुछ रिश्तेदार सुनील के घर के पास रहते थे। इनमें चंदन की बहन और दूर का रिश्तेदार दीपक सोनी भी शामिल था।
घटना के दिन क्या हुआ?
रिपोर्ट के अनुसार, घटना के दिन 3 अक्टूबर को चंदन पहले दीपक की मोबाइल शॉप पर गया और अपनी बाइक वहीं खड़ी की। इसके बाद वह शिक्षक के घर गया, जहां उसने कथित तौर पर सुनील, पूनम और उनकी दो नाबालिग बेटियों की हत्या कर दी। बात यह है कि सुनील के घर के पास एक दुर्गा पूजा पंडाल था और उत्सव के दौरान होने वाले शोर के कारण लोग गोलियों की आवाज नहीं सुन पाए। हालांकि, सुनील के मकान मालिक ने गोलियों की आवाज सुनी और दूसरों को इसकी सूचना दी। जब तक लोग पहुंचे, चंदन भाग चुका था और परिवार के सभी चार सदस्य मर चुके थे।
सुनील ने चंदन के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत
अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने पुष्टि की कि सुनील भारती के परिवार ने चंदन वर्मा के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में सुनील ने विशेष रूप से उल्लेख किया था कि अगर उसे या उसके परिवार को कुछ भी होता है, तो चंदन वर्मा को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
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