Assembly Election 2023: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के विजयी रथ को रोकने का प्रयास करने के लिए कुछ महीने पहले 28 विपक्षी दलों ने मिलकर I.N.D.I.A गठबंधन बनाया। परन्तु विधानसभा चुनाव पांच राज्यों में अगले महीने होने वाले की घोषणा के पश्चात से ही इस गठबंधन मे दरार आने लगी है। ये दरार दिन पर दिन इतनी बढ़ती जा रही है कि गठबंधन की अग्रसरता करने वाली कांग्रेस के दो बड़े नेताओं की सीट पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं।
हलाकि लोकसभा चुनाव 2024 के में अभी बहुत समय है। परन्त कांग्रेस और सपा के बीच मध्य प्रदेश में हुई तकरार के पश्चात राहुल गांधी और सोनिया गांधी के सीटों को लेकर कई प्रकार के सवाल उठने लगे हैं। सबसे पहले सवाल ये है कि क्या सोनिया गांधी 2024 में लोकसभा की सदस्य चुनी जाएंगी? अगर हां, तो वह रायबरेली से लड़ सकती है या फिर किसी और सीट से आप अपनी किस्मत आजमाएंगी? दूसरा सवाल ये कि क्या अगला लोकसभा चुनाव राहुल गांधी अमेठी से लड़ेंगे या फिर वापस लौटकर वायनाड चले जाएंगे?
फंस सकती है सोनिया गांधी की सीट
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बिच मध्य प्रदेश मे सीटों के बंटवारे को लेकर शुरु हुई तकरार का असर लोकसभा चुनाव पर भी हो सकता है। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में सीटों के लिए कमलनाथ एवं अखिलेश यादव के मध्य, जिस प्रकार के मतभेद देखे जा रहे है। उससे लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी की सीट भी फंस सकती है।
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर अखिलेश यादव ने एक पोस्ट किया। उन्होंने जिसमें इसके संकेत दिए हैं, मीडिया से बातचीत करते समय कांग्रेस की महत्वपूर्ण सीटों को लेकर किए सवाल पर उन्होंने कहा कि रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद हैं और पिछली बार इस सीट पर सपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।
क्यों कहा अखिलेश यादव ने ऐसा?
कांग्रेस के यूपी प्रमुख अजय राय के उस बयान के बाद अखिलेश यादव ने कांग्रेस की बड़ी सीट पर प्रत्याशी उतारने की बात कही है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को जिसमें आजमगढ़ उप-चुनाव में मिली हार की याद दिलाई थी। बता दें कि अखिलेश यादव ने अपना बयान इस बयान के बाद ही दिया है।
मार्च में दो तस्वीरों के साथ अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया था। जिसमे लिखा था कि “मुझे बहुत दुख हुआ अमेठी में गरीब महिलाओं की दुर्दशा को देखकर, वीआईपी हमेशा यहां जीतते एवं हारते रहे हैं। परन्तु यहां हालत ऐसी है तो राज्य के बाकी हिस्सों को लेकर क्या कहा जाए। अमेठी में अगली बार बड़े लोगों को नहीं बल्कि बड़े दिल वालों को चुनेंगे। सपाअमेठी से गरीबी को खत्म करने का संकल्प लेती है। ” इस पोस्ट से अनुमान लगाया जा रहा हैं कि लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव यहां उम्मीदवार उतार सकते हैं। राहुल गांधी के लिए अभी तक सपा यह सीट छोड़ती थी।
राहुल गांधी को 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में अमेठी से अपनी पुरानी सीट को हारना पड़ा था। बीजेपी की स्मृति इरानी ने उन्हें शिकस्त दी थी। परन्तु कांग्रेस के यूपी प्रमुख अजय राय ने हाल ही बताया कि 2024 का लोकसभा चुनाव राहुल गांधी फिर से अमेठी से लड़ेंगे। लेकिन राहुल यहां से चुनाव में खड़े हॉट इ है तो उन्हें सीट जीतने के लिए सपा का साथ चाहिए होगा। सपा के समर्थन के बिना सीट जितना मुश्किल होगा। जिस प्रकार से अभी सपा और कांग्रेस के बीच टक्कर चल रही है, यह सीट उससे फंसती नजर आ रही है। वही यहां से अखिलेश यादव अपने उम्मीदवार को उतार सकते हैं।