Ghaziabad News : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की लोनी विधानसभा सीट से बीजेपी (BJP) विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पार्टी द्वारा भेजे गए कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया है। नोटिस के जवाब में विधायक ने स्पष्ट किया कि उनके लिए संगठन सर्वोपरि है, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की बर्बरता एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा थी। उन्होंने कहा कि यह सब एक बड़ी साजिश के तहत हुआ, जिसमें पुलिस कलश यात्रा पर पथराव कराना चाहती थी और इसके बहाने उनके एनकाउंटर की साजिश रची जा रही थी।
पुलिस की बर्बरता को लेकर गंभीर आरोप
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने नोटिस के जवाब में कहा, “मेरे लिए संगठन सर्वोपरि है, लेकिन पुलिस की बर्बरता किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है। अधिकारियों के इशारे पर यह हमला किया गया और इसमें महिलाओं, बच्चों, भाजपा पार्षदों और कार्यकर्ताओं तक को नहीं बख्शा गया।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या रामकथा करना गुनाह है? यदि ऐसा है तो वह पुनर्विचार करेंगे। विधायक ने इस घटना की सीडी प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और संगठन मंत्री को सौंपने की बात भी कही और कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
BJP उनके लिए प्राणों के समान
भाजपा द्वारा भेजे गए नोटिस के जवाब में विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपनी पार्टी के प्रति समर्पण की भावना को भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मैं 1989 से संघ का स्वयंसेवक हूं और मैंने छात्रसंघ अध्यक्ष, युवा मोर्चा की राष्ट्रीय टीम, किसान मोर्चा की राष्ट्रीय टीम, गाजियाबाद जिला अध्यक्ष और बागपत जिले का प्रभारी रहते हुए दिन-रात पार्टी के लिए काम किया है। मेरा हर कार्य और बयान राष्ट्रधर्म, गौ रक्षा, हिंदुत्व और सांस्कृतिक मूल्यों की स्थापना के लिए समर्पित रहा है। भाजपा मेरे लिए प्राणों के समान है।”
रामकथा पर विधायक का आक्रोश
BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने नोटिस के जवाब में रामचरितमानस के अपमान को लेकर भी गहरा आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मैं रामचरितमानस के अपमान से इतना आहत हूं कि जल तक ग्रहण नहीं कर पा रहा हूं और नंगे पैर, फटे हुए कुर्ते में लोकतंत्र के इस चीरहरण का साक्षी हूं। मेरा कुर्ता फटना लोकतंत्र का चीरहरण है, और एक-एक हिंदू का कुर्ता फटा है।”
उन्होंने आगे कहा, “यदि सीएम योगी की सरकार में श्रीराम कथा कराना अपराध और अनुशासनहीनता है, तो कृपया मुझे निर्देश दें, ताकि मैं भविष्य में श्रीराम कथा न कराने पर विचार कर सकूं। संगठन का हर आदेश मेरे लिए सर्वोपरि है।”
दोषी अधिकारियों को दी जाएगी सजा
विधायक ने स्पष्ट किया कि वह पार्टी के आदेशों का पालन करेंगे और पार्टी पर उनका पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि पार्टी के द्वारा उचित कार्रवाई की जाएगी और दोषी अधिकारियों को सजा दी जाएगी।