Gorakhpur News : गोरखपुर का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 109 डाक्टरों की पदोन्नति प्रक्रिया रद्द कर दी गई है। आपको बता दें कि 41 डाक्टरों ने पदोन्नति और 68 ने नियुक्ति के लिए साक्षात्कार दिया था। वही मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) प्रो.गोपाल कृष्ण पाल एवं नए कार्यकारी निदेशक (ED ) को गड़बड़ी मिलने पर पूरी प्रक्रिया रद्द कर दी।
सितंबर 2023 में पूर्व कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर सुरेखा किशोर के कार्यकाल के दौरान शुरू की गई भर्ती और पदोन्नति प्रक्रिया में विज्ञापन संकाय पद शामिल थे। इन पदों के लिए कुल 68 डॉक्टरों ने आवेदन किया था और पदोन्नति के लिए साक्षात्कार 6 दिसंबर को निर्धारित थे। हालांकि प्रक्रिया के दौरान नियमों के पालन में विसंगतियों के कारण पूरी प्रक्रिया रद्द कर दी गई।
सुरेखा किशोर को पद से हटाया
बताया गया है कि Gorakhpur एम्स में भर्ती और प्रमोशन दोनों प्रक्रियाओं में नियमों का पालन नहीं किया गया। इसके अतिरिक्त साक्षात्कार समिति के अध्यक्ष के चयन को लेकर भी चिंताएं थी, जिससे मनमाने ढंग से परिणाम घोषित करने की तैयारी की जा रही थी। इन्हीं मुद्दों के बीच प्रो. सुरेखा किशोर को उनके पद से हटा दिया गया है।
एम्स प्रशासन ने संकेत दिया है कि नियमों का पालन और पारदर्शी दृष्टिकोण सुनिश्चित करते हुए फरवरी के दूसरे और तीसरे सप्ताह में प्रक्रिया फिर से शुरू की जाएगी। ईडी और सीईओ, प्रोफेसर गोपाल कृष्ण पाल ने कहा कि भर्ती और साक्षात्कार प्रक्रियाओं के लिए प्रशासनिक आधार की अनदेखी की गई, जिसके कारण पूरी प्रक्रिया को रद्द करने का निर्णय लिया गया।
एम्स गोरखपुर प्रशासन आश्वासन देता है कि भर्ती और पदोन्नति प्रक्रिया शीघ्र ही फिर से शुरू होगी, और परिणाम स्थापित मानदंडों के अनुसार निष्पक्ष और पारदर्शी दृष्टिकोण का पालन करते हुए तुरंत घोषित किए जाएंगे।