Gorakhpur Link Expressway : पूर्वांचल को राजधानी लखनऊ से जोड़ने वाले एक और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। जानकारी के अनुसार, 15 मई तक इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा, और मई के दूसरे पखवाड़े में इसका भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा।
घाघरा नदी पर बन रहे पुल का निरीक्षण
मंगलवार को गोरखपुर में घाघरा नदी के कम्हरिया घाट पर बन रहे पुल का कमिश्नर अनिल ढिंगरा और जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें कार्यदायी संस्था द्वारा बताया गया कि काम तेजी से चल रहा है और समय से पहले पूरा होने की संभावना है।
इस पर कमिश्नर ने सख्त निर्देश दिए कि पुल और सड़क से संबंधित सभी शेष कार्य 15 से 20 दिनों के भीतर पूरे कर लिए जाएं। नदी के पास धारा बदलने का काम चलता रहेगा, लेकिन मुख्य निर्माण कार्य समयसीमा में हर हाल में पूरा हो।
91.35 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 91.35 किमी है। यह सहजनवां से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के सलारपुर (आजमगढ़) से जुड़ता है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत 7283 करोड़ रुपये है। यह एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है, लेकिन अब तक इसका औपचारिक उद्घाटन नहीं हुआ है।
इस एक्सप्रेसवे के शुरू हो जाने से गोरखपुर से लखनऊ का सफर मात्र साढ़े तीन से चार घंटे में तय किया जा सकेगा। यह न सिर्फ यात्रा को तेज बनाएगा, बल्कि पूर्वांचल के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी रफ्तार देगा।
उद्घाटन समारोह की भव्य तैयारी
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। गोरखपुर और आजमगढ़ की सीमा पर भव्य समारोह आयोजित किए जाने की योजना है। संभावना है कि इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी उपस्थिति तय मानी जा रही है।
किन जिलों को होगा सीधा लाभ?
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के शुरू होने से गोरखपुर, अंबेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ जिलों को सीधा फायदा मिलेगा। इन क्षेत्रों से राजधानी तक की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और औद्योगिक विकास के नए रास्ते खुलेंगे।