उत्तर प्रदेश भाजपा में इस समय उथल-पुथल चल रही है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में मिली असफलताओं के बाद नेताओं के बीच आंतरिक एकता में दरार आ गई है। इन मतभेदों को दूर करने के लिए दिल्ली ने स्थिति को अपने हाथ में ले लिया है। इन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हाल ही में दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। भाजपा में चल रही इस आंतरिक कलह पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कटाक्ष किया है, जिस पर मौर्य ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव की आलोचना
अखिलेश यादव ने भाजपा की आलोचना करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का सहारा लिया। अपने पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि भाजपा के भीतर चल रही अंदरूनी कलह ने उत्तर प्रदेश में शासन को पंगु बना दिया है। उन्होंने टिप्पणी की कि भाजपा द्वारा आमतौर पर अन्य दलों में फैलाई जाने वाली राजनीतिक अंदरूनी कलह अब उनके अपने ही खेमे में जड़ जमा चुकी है, जिससे पार्टी आंतरिक विवादों में फंस गई है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा में कोई भी जनता के कल्याण के बारे में नहीं सोच रहा है।
केशव प्रसाद मौर्य का खंडन
अखिलेश के हमले का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर भाजपा के पास मजबूत संगठन और शासन है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के दावों को खारिज करते हुए उनके गठबंधन को धोखा बताया। मौर्य ने घोषणा की कि अराजकता की विशेषता वाले सपा के शासन की वापसी यूपी में असंभव है, और विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा 2027 के विधानसभा चुनावों में अपनी 2017 की सफलता को दोहराएगी।
जेपी नड्डा से मुलाकात
मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मौर्य ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। मौर्य ने पार्टी मुख्यालय से बाहर निकलने पर मीडिया से कोई टिप्पणी नहीं की और बैठक के एजेंडे के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया।
हालांकि, रविवार को एक विस्तारित कार्यकारी समिति की बैठक में मौर्य के हालिया बयानों के मद्देनजर इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है। इस बैठक में नड्डा भी शामिल हुए, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी असफलताओं के लिए अति आत्मविश्वास और विपक्ष के अभियान का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में पार्टी की विफलता को जिम्मेदार ठहराया।