Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव में काफी समय से गांधी परिवार के नामांकन को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता के सी कौशिक जो लंबे समय से गांधी परिवार के नामांकन का काम संभाल रहे है। बताया जा रहा है कि बुधवार दे शाम को अधिवक्ता कौशिक रायबरेली पहुंच गए।
जिससे ये अटकलें लगाई जा रही है कि रायबरेली और अमेठी सीट से प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के चुनावी रण में उतरने की संभावना बढ़ गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच चर्चा के बाद इन प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्रों में परिवार के सदस्यों को मैदान में उतारने पर आम सहमति बन गई है।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, रायबरेली और अमेठी से नामांकन को लेकर प्रियंका और राहुल गांधी के बीच सहमति नहीं बन पाई, जिससे पारिवारिक कलह पैदा हो गई। इस गतिरोध के कारण नामांकन की अंतिम समय सीमा से ठीक दो दिन पहले उम्मीदवारों की घोषणा में देरी हुई।
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सोनिया गांधी – खड़गे की बातचीत से हुआ फाईनल
इन घटनाक्रमों के जवाब में सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार शाम को चर्चा की। खड़गे ने इस देरी से देश में जाने वाले नकारात्मक संदेश और भाजपा के दुष्प्रचार के अवसर मिलने पर चिंता व्यक्त की। नतीजतन सोनिया गांधी ने मंगलवार को ही राहुल और प्रियंका से बातचीत की।
इन चर्चाओं के परिणामस्वरूप बुधवार देर शाम सुप्रीम कोर्ट के वकील के सी कौशिक (Lok Sabha Elections) में नामांकन पत्रों की तैयारी की देखरेख करने पहुंचे। सोनिया गांधी के नामांकन की देखरेख कर रहे कौशिक को यह काम भी सौंपा गया है। नाम न छापने की शर्त पर एक कांग्रेस नेता ने बताया कि अगर गांधी परिवार के सदस्य इन सीटों से चुनाव नहीं लड़ रहे होते तो कौशिक को नामांकन पत्र तैयार करने के लिए नहीं भेजा जाता।
उन्होंने यह भी माना कि उम्मीदवारों की घोषणा न करने से मतदाताओं में नकारात्मक संदेश जाता है। स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं को अमेठी में राहुल गांधी की उम्मीदवारी की उम्मीद है। नामांकन के अंतिम दिन राहुल के आगमन की प्रत्याशा में अमेठी में स्थानीय समिति ने हर स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं।
अजय राय ने कही ये बात
इस बीच रायबरेली में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रतिनिधि और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव किशोरी लाल शर्मा भी अमेठी आए। उनके साथ पूरी टीम थी और सभी स्तरों पर चर्चा हुई। सूत्रों से पता चलता है कि शर्मा के समर्थकों ने उनसे चुनाव लड़ने का आग्रह किया, लेकिन शर्मा ने खुद चुनाव लड़ने पर चर्चा नहीं की।
हालांकि उन्होंने हर स्तर पर चुनाव के लिए तैयार रहने की जरूरत पर जोर दिया। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर राहुल चुनाव नहीं लड़ते हैं तो किशोरी लाल शर्मा उम्मीदवार बन सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस की राजनीति में लंबे समय से शामिल रहे एक वरिष्ठ भाजपा नेता भी अप्रत्याशित रूप से कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं और अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं, क्योंकि उनकी टीम भी स्थानीय स्तर पर तैयारी कर रही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि गुरुवार दोपहर तक सस्पेंस सुलझ जाएगा। अभी तक दोनों सीटों पर उम्मीदवारों के बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। उम्मीदवार कोई भी हो पार्टी के कार्यकर्ता उनके पीछे मजबूती से खड़े रहेंगे।