Mathura News: उत्तर प्रदेश के मथुरा में रविवार को एक बड़ी दुर्घटना टल गई जब वेस्ट प्रतापनगर स्थित एक आइस फैक्ट्री से अमोनिया गैस का अचानक रिसाव हो गया। गैस के तेजी से फैलते ही आस-पास के रिहायशी इलाकों में हड़कंप मच गया। दम घुटने की शिकायत के बाद लोग अपने घरों को छोड़कर बाहर भागने लगे।
फैक्ट्री के पास रहने वाले लोगों का दम घुटा
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए फैक्ट्री के बगल में रह रही एक बीमार महिला का रेस्क्यू कराया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महिला को ऑक्सीजन दी और उसे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया।
फायर ब्रिगेड की टीम ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फैक्ट्री में पानी का छिड़काव किया, जिससे गैस का प्रभाव कम हुआ और लोगों को कुछ राहत महसूस हुई। गैस के रिसाव के चलते प्रशासन ने एक किलोमीटर तक का यातायात रोक दिया ताकि किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
तीन दिन से हो रहा था गैस का रिसाव
स्थानीय (Mathura) लोगों का आरोप है कि गैस का रिसाव बीते तीन दिनों से हो रहा था, लेकिन फैक्ट्री के मालिक ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। यदि समय रहते कार्रवाई की गई होती तो लोगों को इस तरह की परेशानी और खतरे का सामना नहीं करना पड़ता।
गैस रिसाव की सूचना जैसे ही अधिकारियों को मिली, प्रशासन में खलबली मच गई। तुरंत फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर भेजी गई और स्थिति पर नियंत्रण पाया गया।
सवालों के घेरे में फैक्ट्री की लापरवाही
इस घटना ने फैक्ट्री की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर अमोनिया जैसी खतरनाक गैस का रिसाव रिहायशी इलाकों में बड़ा खतरा साबित हो सकता था, वहीं दूसरी ओर फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही ने पूरे मोहल्ले को संकट में डाल दिया।
प्रशासन कर रहा जांच
फिलहाल प्रशासन द्वारा फैक्ट्री को सील करने की प्रक्रिया चल रही है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल लोगों की जान जोखिम में डालती हैं, बल्कि प्रशासन की तैयारियों और फैक्ट्रियों की निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती हैं।