Muzaffarnagar News : आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Azad) सोमवार (17 मार्च) को मुजफ्फरनगर पहुंचे। उनका यह दौरा कोरोना काल में दर्ज एक मुकदमे के वारंट को रीकॉल कराने के लिए था। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कई अहम मुद्दों पर अपनी राय दी और सीओ अनुज चौधरी को नसीहत भी दी।
वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन पर सरकार को घेरा
वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर हो रहे प्रदर्शन के सवाल पर चंद्रशेखर आजाद ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर आज वह मुजफ्फरनगर में तारीख पर नहीं आए होते तो वह दिल्ली में प्रदर्शनकारियों के बीच होते। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग अपने हक के लिए लड़ रहे हैं, वे अपनी आवाज उठाते रहेंगे और ऐसे मामलों पर वह पूरी तरह से अल्पसंख्यकों के साथ हैं।
सीओ अनुज चौधरी को दी नसीहत
चंद्रशेखर आजाद ने सीओ अनुज चौधरी के बारे में कहा कि वह हमारे क्षेत्र के निवासी हैं और उन्हें सरकार का राजनीतिक शिकार नहीं बनना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि जैसे ही सरकार का मतलब निकल जाएगा, वैसे ही उन्हें दूध में से मक्खी की तरह निकालकर फेंक दिया जाएगा। सांसद ने यह भी कहा कि उनके पिता ने चिंता जताई है कि अनुज को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो और उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है।
सरकार की नीतियों पर हमला
Chandra Shekhar Azad ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, जहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। उन्होंने सीओ अनुज चौधरी से यह उम्मीद जताई कि वह जो कुछ भी कर रहे हैं, उस पर नजर डालें, क्योंकि इससे सरकार को लाभ हो सकता है।
अल्पसंख्यकों के हक में खड़े होने का किया दावा
आजाद समाज पार्टी के प्रमुख ने दिल्ली में वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में चल रहे प्रदर्शन का समर्थन किया और कहा कि वह इस मुद्दे पर अपनी सहमति देने के लिए दिल्ली जाएंगे। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के हितों पर हो रहे हमलों के खिलाफ उनकी पार्टी पूरी तरह से खड़ी है।
चुनाव को लेकर किया बड़ा बयान
उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर सवाल पूछे जाने पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वह आरएलडी के साथ गठबंधन की बात तभी करेंगे जब जयंत चौधरी उनसे इस पर बात करेंगे।
चंद्रशेखर आजाद का गंभीर आरोप
चंद्रशेखर आजाद ने आरोप लगाया कि कोरोना काल में जिनके खिलाफ मुकदमे सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वापस ले लिए गए, उनके मामले अभी तक कायम हैं। उनका कहना था कि यह सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि वह केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ एक फर्जी मुकदमे में वारंट जारी हुआ है, जिसे रीकॉल करने के लिए वह अदालत गए हैं।
भेदभावपूर्ण रवैया पर जताई नाराजगी
Chandra Shekhar Azad ने बीजेपी सरकार की नीतियों पर आलोचना करते हुए कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा सिर्फ दिखावा है। उन्होंने कहा कि संत रविदास जयंती पर कोई विशेष सहायता नहीं दी गई, और ईद के त्योहार पर वह देखेंगे कि सरकार कितना बजट देती है।
कांशीराम को भारत रत्न देने की मांग
चंद्रशेखर आजाद ने कांशीराम को भारत रत्न देने की मांग की। उन्होंने कहा कि कांशीराम देश के सबसे बड़े नेता थे और समाज के लिए उनकी योगदान को देखते हुए यह सम्मान मिलना चाहिए। अगर मौजूदा सरकार उन्हें यह सम्मान नहीं देती है, तो उनकी पार्टी जब सत्ता में आएगी, तब यह सम्मान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी पर तंज
चंद्रशेखर आजाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज करते हुए कहा कि उन्हें प्रदेश के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
किसानों और समाज के लिए की गई मांगें
चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Azad) ने संसद में बिजली बिल माफी, खाद पर सब्सिडी बढ़ाने, यूरिया का समान वितरण, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान में तेजी लाने और सम्मान निधि को 6 हजार से बढ़ाकर 24 हजार रुपये करने की मांग की। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में भी कई लोग गलत नीतियों का विरोध कर रहे हैं।
पत्रकारों और वकीलों की सुरक्षा की आवश्यकता
चंद्रशेखर आजाद ने पत्रकारों और वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार से ठोस कानून बनाने की मांग की।