Rampur News : उत्तर प्रदेश के रामपुर में हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक मुस्लिम महिला ने बताया कि उसकी बेटी की शादी नजदीक आ रही थी, लेकिन चूंकि यह नवरात्रि के त्योहार के साथ मेल खाती थी, इसलिए वह जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) से मिलना चाहती थी। उसका इरादा शादी में मांसाहारी भोजन परोसने की अनुमति मांगना था। हालांकि महिला के अनुसार, वह डीएम से नहीं मिल सकी, बल्कि उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) से मिली, जिन्होंने चल रहे नवरात्रि समारोहों के कारण कार्यक्रम में मांस परोसने के उसके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।
महिला का दूसरा वायरल वीडियो
इसके बाद, उसी महिला का एक और वीडियो सामने आया। इस वीडियो में, उसने दोहराया कि उसकी बेटी की शादी नवरात्रि के दौरान हो रही थी, जो हिंदुओं के लिए एक पवित्र अवधि है जब कई लोग मांस और मछली खाने से बचते हैं। उसने बताया कि हालाँकि वह शुरू में शादी में मांसाहारी भोजन परोसना चाहती थी, लेकिन उसने हिंदू समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए अपना विचार बदल दिया। अपने संदेश में महिला ने इस बात पर जोर दिया कि वह किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती, खासकर इसलिए क्योंकि उसके हिंदू भाई-बहन इस त्योहार के दौरान मांस नहीं खाते। नतीजतन, उसने शादी में केवल शाकाहारी भोजन परोसने का फैसला किया।
Rampur में हलचल
वीडियो के वायरल होते ही पूरे रामपुर में इसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई। स्थानीय प्रशासन इस स्थिति से हैरान रह गया। हालांकि, दूसरा वीडियो देखने के बाद, जिसमें महिला ने शाकाहारी भोजन परोसने के अपने फैसले की घोषणा की, अधिकारियों ने राहत महसूस की। इस घटना ने व्यापक चर्चा को जन्म दिया, जिसके बाद जिला मजिस्ट्रेट ने स्थिति को संबोधित करते हुए एक बयान जारी किया।
जिला मजिस्ट्रेट की प्रतिक्रिया
रामपुर के जिला मजिस्ट्रेट जोगिंदर सिंह ने वायरल वीडियो को भ्रामक करार दिया। उन्होंने कहा कि नवरात्रि के दौरान मांसाहारी भोजन परोसने की अनुमति के लिए ऐसा कोई अनुरोध प्रशासन को नहीं सौंपा गया है। उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि इस मामले में संबंधित महिला या किसी और की ओर से कोई आधिकारिक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। सिंह ने कहा कि प्रशासन फिलहाल महिला की पहचान और ठिकाने की जांच कर रहा है और उचित कार्रवाई की जाएगी। जिले के सूचना अधिकारी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है।
महिला ने क्या दावा किया
अपने दूसरे वीडियो में महिला ने बताया कि परंपरागत रूप से मुस्लिम शादियों में मांसाहारी भोजन परोसा जाता है। जब वह डीएम कार्यालय पहुंची तो उसकी मुलाकात एसडीएम से हुई और उसने अपनी बेटी की शादी में मांस परोसने की अनुमति मांगी। (Rampur) एसडीएम ने कथित तौर पर उसे बताया कि नवरात्रि के कारण ऐसी अनुमति नहीं दी जा सकती। इसके बाद महिला ने फैसला किया कि किसी की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने से बचने के लिए वह इस कार्यक्रम में शाकाहारी भोजन परोसेगी। उसने सद्भाव की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपने गैर-मुस्लिम दोस्तों और पड़ोसियों को परेशान नहीं करना चाहती।
जिला प्रशासन का रुख
जिला मजिस्ट्रेट ने आगे बताया कि प्रशासन को सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो के बारे में पता चला और तुरंत जांच शुरू कर दी। सिंह ने जोर देकर कहा कि वीडियो भ्रामक है और तथ्यों को सही ढंग से प्रस्तुत नहीं करता है। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि उनके कार्यालय में ऐसा कोई आवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया है और धार्मिक उत्सव के दौरान मांसाहारी भोजन परोसने की अनुमति के लिए कोई औपचारिक अनुरोध नहीं किया गया है।
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