Varanasi Athletes News : वाराणसी में सामने आए कथित गैंगरेप मामले में अब एक बड़ा यू-टर्न देखने को मिला है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने इस केस में एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) जांच के आदेश दे दिए हैं। यह फैसला आरोपियों के परिजनों द्वारा प्रस्तुत किए गए वीडियो फुटेज और इंस्टाग्राम चैट्स के आधार पर लिया गया है।
जांच के घेरे में पीड़िता की गतिविधियां और सोशल मीडिया पोस्ट
पुलिस के अनुसार जांच के दौरान पीड़िता के इंस्टाग्राम पोस्ट, घटना के समय उसकी गतिविधियां और एफआईआर में दर्ज नामजद आरोपियों की संख्या में अंतर जैसे कई बिंदुओं को विशेष रूप से देखा जाएगा। एसआईटी की टीम डीसीपी क्राइम के नेतृत्व में काम करेगी और एक महीने के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
पीएम के संज्ञान के बाद सक्रिय हुआ पुलिस कमिश्नरेट
इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संज्ञान लेने के बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने सक्रियता दिखाई है। शहर के कई इलाकों में अवैध रूप से चल रहे बार कैफे और रेस्टोरेंट्स पर छापेमारी की जा रही है।
इंस्टाग्राम पर सक्रिय रही पीड़िता
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच पीड़िता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से कई फोटो पोस्ट किए। यही नहीं, सीसीटीवी फुटेज से यह भी स्पष्ट हुआ है कि इस अवधि में वह कई बार अकेली थी और चाहती तो पुलिस की मदद ले सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
जांच के लिए खड़े हुए कई सवाल
एफआईआर में 12 नामजद और 11 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, लेकिन कोर्ट में पीड़िता ने सिर्फ 9 लोगों के नाम ही बताए। इसके अलावा, इस दौरान इंस्टाग्राम पर फोटो पोस्ट करना और आरोपी के बगल में ईद के दिन सेवई खाने जाना भी जांच के अहम पहलू बन गए हैं।
धन उगाही के आरोप
कमिश्नर ने यह भी बताया कि आरोपियों के परिजनों ने इस मामले में धन उगाही के आरोप लगाए हैं। इस बात की भी जांच की जा रही है। पूरे मामले में कई ऐसे बिंदु सामने आए हैं जो इसे संदिग्ध बनाते हैं, इसलिए इसकी निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।