Weather Update: उत्तर भारत के कई राज्यों, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के चलते नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी इलाकों में भी पानी भरने से लोग परेशान हैं। प्रशासन अलर्ट मोड पर है, राहत और बचाव कार्य जारी है।
प्रयागराज में गंगा और यमुना का कहर
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। संगम क्षेत्र और निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंगा नदी का जलस्तर 2.5 सेंटीमीटर प्रति घंटे और यमुना का 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। बीते 24 घंटों में फाफामऊ में 64 सेमी, छतनाग में 49 सेमी, और नैनी में यमुना का जलस्तर 53 सेमी तक बढ़ चुका है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है।
इटावा और आगरा में चंबल नदी का प्रकोप
इटावा में कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद चंबल और उससे जुड़ी नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। बढ़पुरा गांव के मड़ैया इलाके में ग्रामीण बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है।
आगरा के पिनाहट चंबल घाट पर चंबल नदी का जलस्तर 131 मीटर तक पहुंच गया है। बाह तहसील के तीन गांव प्रभावित हैं। डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी और एडिशनल कमिश्नर रामवदन सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। प्रभावित इलाकों में स्टीमर की व्यवस्था की गई है।
जालौन में खतरे के निशान तक पहुंचा यमुना का पानी
जालौन में यमुना नदी खतरे के निशान (108 मीटर) के बेहद करीब, 107.720 मीटर पर बह रही है और यह 9 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। यदि यही स्थिति बनी रही, तो कुछ ही घंटों में यह खतरे का निशान पार कर जाएगी।
बहराइच में दर्दनाक हादसा
बहराइच में रेलवे लाइन के किनारे बने एक गड्ढे में पानी भरने के कारण दो बच्चियों की मौत हो गई। नैना और वैष्णवी नाम की दोनों बालिकाएं खेलते समय फिसल कर गड्ढे में गिर गईं। यह गड्ढा रेलवे निर्माण के दौरान मिट्टी निकालने से बना था।
फिरोजाबाद में बारिश का पानी घरों में घुसा
फिरोजाबाद के शहरी क्षेत्रों में शाम की बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल दी है। शिकोहाबाद-टूंडला नेशनल हाईवे की सर्विस रोड पर भारी जलभराव से जाम लग गया। कई इलाकों में बेसमेंट और घरों में पानी घुस गया, जिससे आवागमन और जनजीवन बाधित हो गया।
गाजियाबाद में सोसाइटी बनी जलसमस्या का केंद्र
गाज़ियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक स्थित सुशांत एक्वा सोसाइटी में हालात बेहद खराब हो गए हैं। बेसमेंट धंसने से गाड़ियां गड्ढे में गिर गईं। कई ब्लॉक्स में 7 से 8 फीट तक पानी भर गया है। बिजली, पानी और लिफ्ट जैसी सुविधाएं पूरी तरह ठप हैं। लोग घरों में फंसे हुए हैं और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर नावें चलेंगी?
ग्रेटर नोएडा में कुछ घंटों की बारिश ने सड़कें तालाब में बदल दी हैं। पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट अंडरपास पर दर्जनों वाहन फंस गए जिन्हें जेसीबी और क्रेन की मदद से निकाला गया। नालियों की सफाई पर करोड़ों खर्च होने के बावजूद हर बारिश में जनता को परेशानी झेलनी पड़ती है।
शामली में मोहल्ले बने जलसमूह
शामली में पूरी रात हुई बारिश से आधा दर्जन मोहल्ले जलमग्न हो गए हैं। 3 से 4 फीट तक पानी घरों में घुस गया है। सफाई कर्मियों की लापरवाही को लेकर लोगों में भारी नाराजगी है।
ललितपुर में राजघाट बांध से छोड़ा गया पानी
ललितपुर में भारी बारिश के बाद राजघाट बांध का जलस्तर बढ़ गया, जिससे बांध से पानी छोड़ा गया। इसके चलते निचले इलाकों में खतरे की आशंका बढ़ गई है।
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