Muzaffarnagar News : मुजफ्फरनगर में होने जा रही भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की महापंचायत से पहले किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने खुद के साथ हुई धक्का-मुक्की और अभद्रता को लेकर कहा कि इसके पीछे कोई सुनियोजित गैंग काम कर रहा है। टिकैत ने साफ शब्दों में कहा कि जन आक्रोश रैली में कुछ लोग माहौल बिगाड़ने के मकसद से शामिल हुए थे।
पुलिस प्रशासन से जांच की मांग
राकेश टिकैत ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या ये पुलिस की चूक थी या साजिश। टिकैत ने कहा, “अपने ही गृह जनपद में पहली बार मेरे साथ ऐसा हुआ, जो नहीं होना चाहिए था।”
महापंचायत में होगा बड़ा ऐलान
महापंचायत को लेकर टिकैत ने कहा कि किसानों की भारी भीड़ जुटना शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि इस महापंचायत के मंच से कोई बड़ा निर्णय लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का भी जिक्र करते हुए कहा कि सरकार को इस मामले में कड़ा फैसला लेना चाहिए। टिकैत ने कहा, “अगर हमारी जरूरत पड़ी, तो हम सरकार के साथ हैं।”
सपा ने किया महापंचायत को समर्थन
गौरतलब है कि भाकियू की महापंचायत मुजफ्फरनगर सिटी के GIC मैदान में हो रही है। इस महापंचायत को समाजवादी पार्टी (सपा) ने पूर्ण समर्थन दिया है। सपा सांसद हरेंद्र मलिक, विधायक अतुल प्रधान, सपा जिला अध्यक्ष समेत कई बड़े नेता इस महापंचायत में शामिल हुए हैं।
सपा विधायक का तीखा हमला
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) पर हुई धक्का-मुक्की की घटना पर सपा विधायक शाहिद मंजूर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “जबसे ये सरकार आई है, देश में नफरत और गुंडागर्दी का माहौल बन गया है। ये कौन सा कानून है कि किसी को डंडे और लाठी मारी जाए? राकेश टिकैत जैसे नेता के साथ इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
“संविधान के अधिकारों का हनन हो रहा है”
शाहिद मंजूर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार के आने के बाद संविधान और लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। उन्होंने कहा कि, “जो छोटे-छोटे समूह हैं और लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते, वही ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। कोई महंत बनकर बकवास कर रहा है, तो कोई सेना के नाम पर बदमाशी कर रहा है।”
सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
सपा विधायक ने सरकार से मांग की कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि रामजीलाल सुमन के बाद अब राकेश टिकैत पर हमला हुआ है, जो दर्शाता है कि उद्दंडता किस स्तर पर पहुंच गई है।
मुजफ्फरनगर की यह महापंचायत केवल किसानों के मुद्दों तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसमें सियासी हलचल और सरकार की नीतियों पर भी जमकर निशाना साधा गया। आने वाले समय में यह महापंचायत किस दिशा में असर डालेगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।