Mahakumbh Stampede 2025 : प्रयागराज (पूर्व इलाहाबाद) में मंगलवार रात को कुंभ मेला के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 14 लोगों की जान चली गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह हादसा मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के लिए जुटी विशाल भीड़ के बीच हुआ। हादसे के बाद सभी 13 अखाड़ों में मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया। इस दिन लाखों श्रद्धालुओं के संगम में स्नान करने की उम्मीद थी, जिससे एक दिन पहले ही करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने का अनुमान लगाया गया था।
अमृत स्नान के दौरान पांटून पुलों को बंद कर दिया गया था, जिससे स्नान के लिए पहुंचने वालों की भीड़ और बढ़ गई। बैरिकेड्स में फंसे कुछ लोग गिर गए और अफवाहों के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। हालांकि प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया, लेकिन हादसे में 14 लोगों की जान चली गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए।
मौनी अमावस्या पर पहले भी हुई है भगदड़, 1954 की त्रासदी
यह पहली बार नहीं है जब प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर भगदड़ मची हो। 3 फरवरी 1954 को भी प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन एक भीषण हादसा हुआ था, जिसमें 800 लोग मारे गए थे। उस वक्त लाखों श्रद्धालु अमृत स्नान के लिए पहुंचे थे। इस हादसे का कारण एक हाथी था, जो कंट्रोल से बाहर हो गया था। जान बचाने के लिए लोग भागने लगे और भगदड़ मच गई। अफरा-तफरी का माहौल बन गया था और लाखों लोगों की चीख पुकार सुनाई दे रही थी।
इस घटना के बाद हाथियों की एंट्री कुंभ मेले में रोक दी गई और सरकार ने भीड़ नियंत्रण के लिए कई उपाय किए। तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने भी इस हादसे से सबक लेते हुए कुंभ मेले में सुरक्षा इंतजामों पर ध्यान दिया और वीआईपी यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया।
कुंभ मेले में भगदड़ के अन्य मामले
- 1986: हरिद्वार कुंभ में 200 की मौत
1986 में हरिद्वार में हुए कुंभ मेला में एक और भगदड़ मची। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह की यात्रा के दौरान यह हादसा हुआ। सुरक्षाकर्मियों ने आम श्रद्धालुओं को नदी के किनारे जाने से रोक दिया, जिससे भीड़ बेकाबू हो गई। इस घटना में 200 लोगों की मौत हो गई थी। - 2003: नासिक में 39 की मौत
2003 में महाराष्ट्र के नासिक में कुंभ मेले के दौरान पवित्र गोदावरी नदी में स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु जुटे थे। अचानक भगदड़ मचने से 39 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। - 2013: प्रयागराज में फुटब्रिज ढहने से भगदड़
2013 में प्रयागराज में कुंभ मेला के दौरान एक फुटब्रिज गिरने से भगदड़ मच गई। इस हादसे में 42 लोग मारे गए और 45 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
कुंभ में भीड़ प्रबंधन के उपाय
इन घटनाओं के बाद सरकार और प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं, जैसे लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल, अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती, अस्थायी अस्पतालों और खोया पाया बूथों का इंतजाम, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। बावजूद इसके हर साल लाखों श्रद्धालु कुंभ मेला में हिस्सा लेते हैं और भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बनी रहती है।
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