इलाहाबाद हाई कोर्ट कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करने के लिए तैयार है। यह मामला उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मऊ में दिए गए एक विवादास्पद बयान से जुड़ा है, जहां उमर अंसारी ने कथित तौर पर एक भड़काऊ भाषण दिया था, साथ ही हस्तक्षेप करने की हिम्मत करने पर प्रशासन को परोक्ष धमकी भी दी थी। इसके बाद मऊ कोतवाली पुलिस स्टेशन में एक औपचारिक शिकायत दर्ज की गई।
अग्रिम जमानत की मांग करते हुए याचिका दायर की
उमर अंसारी, जो फिलहाल गिरफ्तारी से बच रहा हैं, ने व्यक्तिगत रूप से अग्रिम जमानत की मांग करते हुए याचिका दायर की है। जस्टिस राजबीर सिंह आज एकल पीठ की सुनवाई की अध्यक्षता कर रहे हैं. गौरतलब है कि इस मामले में उमर के बड़े भाई और मौजूदा विधायक अब्बास अंसारी को पहले ही जमानत मिल चुकी है.
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मऊ में एक चुनावी रैली में उमर अंसारी ने दिया था बयान
यह पूरा प्रकरण उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में सामने आया। मऊ में एक चुनावी रैली में उमर अंसारी के जोशीले संबोधन ने न केवल विवाद खड़ा कर दिया, बल्कि एक विवादास्पद बहस भी छेड़ दी। चुनाव के बाद प्रशासन को हल्की-फुल्की चेतावनी के साथ उनकी उग्र बयानबाजी ने चिंताएं पैदा कर दीं। समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे अब्बास अंसारी ने मंच संभाला और अखिलेश यादव के साथ हुई बातचीत का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि यदि सरकार सत्ता में आई तो सभी जिला अधिकारियों को उनके प्रदर्शन की जांच के लिए छह महीने तक जिले में तैनात रहने का निर्देश दिया जाएगा।
चल रहे कानूनी पचड़े में पुलिस ने मऊ कोतवाली के क्षेत्राधिकार में चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के तहत मामला दर्ज किया। इस मामले में अब्बास अंसारी और उमर अंसारी समेत नौ लोग शामिल थे। जबकि अब्बास अंसारी को पहले ही जमानत मिल चुकी है, उमर पुलिस हिरासत से बचकर अभी भी फरार है।