सामूहिक दुष्कर्म मामले में ज्ञानपुर के पूर्व बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को 15 साल की सुनाई गई है। आपको बता दें कि एमपीएमएलए कोर्ट में शुक्रवार को विजय मिश्रा को दोषी करार कर दिया था। वहीं पूर्व विधायक के बेटे विष्णु मिश्रा एवं नाती ज्योति उर्फ विकास मिश्रा साक्ष्य के अभाव में दोष से मुक्त हो गए थे। न्यायालय में फैसले के पश्चात सुरक्षा बढ़ा दी गई साथ ही डॉग स्क्वायड, क्राइम ब्रांच व थाने की पुलिस को तैनात किया गया है।
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट से 3 बार सपा और एक बार निषाद पार्टी से विजय मिश्रा विधायक रहे हैं। आपको बता दें कि फिलहाल विजय मिश्रा आगर की जेल में बंद है, तो वही बेटा विष्णु लखीमपुर खीरी की जेल में कैद है। विष्णु इस मामले में बरी होने के पश्चात भी जेल में ही बंद रहेगा। क्योंकि उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का भी केस चल रहा है।
बता दें कि भदोही के ज्ञानपुर विधानसभा सीट से वे 2002, 2007 एवं 2012 में समाजवादी पार्टी के टिकट से जीते थे। वही 2017 में विजय मिश्रा पर 50 से भी अधिक आपराधिक मामले दर्ज किये गए थे।
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ये है मामला
पूर्व विधायक विजय मिश्रा सहित कुनबे के छह सदस्यों पर रिश्तेदार की संपति हड़पने के मामले में जुलाई 2020 में मामला दर्ज किया गया था। उसके पश्चात उन्हें मध्य प्रदेश के आगर से हिरासत में लिया गया। आपको बता दें कि वाराणसी की एक गायिका ने पूर्व विधायक की गिरफ्तारी के पश्चात ही पूर्व विधायक के बेटे विष्णु मिश्रा एवं नाती विकास मिश्रा के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है। जिस मामले पर कोर्ट में करीब तीन साल से सुनवाई चल रही थी। एक हफ्ते पहले सुनवाई पूरी होने पर सजा के फैसले की सुनवाई की तिथि 3 नवंबर को तय की गई थी। बता दें कि इस मामले को लेकर कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। वही ज्ञानपुर थाने की पुलिस,अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती संग सीओ एवं क्राइम ब्रांच की टीम अलर्ट मोड में रही।
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