Jairam Ramesh : भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश (CJI) को लेकर दिया गया बयान सियासी गलियारों में विवाद का विषय बन गया है। शनिवार, 19 अप्रैल को दुबे ने कहा था कि “अगर कानून सुप्रीम कोर्ट ही बनाएगी तो संसद को बंद कर देना चाहिए।” इस बयान के तुरंत बाद विपक्षी दलों ने भाजपा पर तीखा हमला बोला और इसे न्यायपालिका की गरिमा पर सीधा हमला करार दिया।
कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने निशिकांत दुबे के इस बयान की कड़ी निंदा की। उनका कहना है कि यह न सिर्फ भारत की न्यायपालिका की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि संसद और संविधान की आत्मा पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है। सोशल मीडिया पर भी इस बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।
बीजेपी अध्यक्ष ने बयान से किनारा कर लिया है और कहा कि यह पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है। लेकिन कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सांसदों की आपत्तिजनक टिप्पणियों से पल्ला झाड़ना केवल एक औपचारिकता भर है, इसकी कोई अहमियत नहीं बची है।
फरार हत्या आरोपी गिरफ्तार
दूसरी ओर, एक बड़े अपराध मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। वर्ष 2020 में हत्या के एक आरोपी को उसके पिता के इलाज के लिए अदालत से 30 दिन की अंतरिम जमानत मिली थी, लेकिन वह समय पूरा होने के बावजूद अदालत में हाज़िर नहीं हुआ और फरार हो गया। इसके बाद अदालत ने उसे घोषित अपराधी करार दे दिया था।
पुलिस की जानकारी के अनुसार, आरोपी सोनू लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था और पहचान छिपाने के लिए ट्रक ड्राइवर बनकर विभिन्न राज्यों में घूमता रहा। दिल्ली अपराध शाखा की टीम ने तकनीकी निगरानी और खुफिया सूचनाओं के आधार पर लगभग 600 किलोमीटर तक उसका पीछा किया और अंततः हरियाणा के पानीपत से उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
तीन महीने पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह
मामले की तहकीकात में सामने आया है कि हत्या से तीन महीने पहले सोनू और मृतक अनिल के बीच किसी बात पर झगड़ा हुआ था, जिसमें अनिल ने उसकी पिटाई कर दी थी। इसी का बदला लेने के लिए सोनू ने अपने साथियों पंकज और सोमबीर के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया।
क्राइम ब्रांच ने रचा जाल
इस गिरफ्तारी के पीछे इंस्पेक्टर मनोज दहिया के नेतृत्व में गठित विशेष टीम की अहम भूमिका रही। टीम ने तकनीकी सहायता के साथ-साथ गुप्त सूचना तंत्र का भी उपयोग किया और आरोपी की हर गतिविधि पर बारीकी से नज़र रखी। अब आरोपी को संबंधित धाराओं में गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है और आगे की जांच जारी है।
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